असम में बाढ़ की स्थिति रविवार को भी गंभीर बनी रही और राज्य के विभिन्न इलाकों में नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं. केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के सुबह के बुलेटिन में कहा गया है कि जोरहाट जिले के निमतिघाट में ब्रह्मपुत्र खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. वहीं, कामपुर (नागांव) में कोपिली और कामरूप जिले के पुथिमारी में भी नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं.
सीडब्ल्यूसी के बुलेटिन में कहा गया है कि राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में ब्रह्मपुत्र सहित कई अन्य नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं. पिछले कुछ दिनों से समूचे राज्य में लगातार बारिश हो रही है, जिसके कारण बाढ़ की पहली लहर आई है और बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हुए हैं. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार तक राज्य के 10 जिलों में 37,535 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए.
गुवाहाटी में भूस्खलन से एक व्यक्ति की मौत हुई है. हालांकि, बाढ़ के कारण राज्य में अब तक किसी की जान जाने की कोई सूचना नहीं है. अधिकारियों के मुताबिक, राज्यभर से तटबंधों के क्षतिग्रस्त होने या टूटने की जानकारी मिली है. साथ ही विभिन्न हिस्सों में बड़े पैमाने पर भूमि कटाव भी हुआ है.
अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ की पहली लहर में राज्य में कई सड़कें, पुल और स्कूल जैसे अन्य बुनियादी ढांचे या तो डूब गए हैं या क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
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