मुजफ्फरनगर दंगे (Muzaffarnagar riots) से जुड़े मामले में तीन बीजेपी (BJP) विधायकों के खिलाफ दर्ज मुकदमों को वापस लेने की तैयारी चल रही है. बीजेपी विधायकों पर दर्ज केस को वापस लेने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार ने अर्जी दी है. सरकार के इस कदम को लेकर AIMIM के सुप्रीमो और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने योगी सरकार पर हमला बोला है.
ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को अपने ट्वीट में लिखा, " 2017 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने खुद उनके खिलाफ दर्ज कई मुकदमों को वापस ले लिया था. अब वो उनके बाक़ी साथियों के साथ खड़े हैं. जब सरकार ही अपराधियों की हो जाये तो सबसे पहला 'एनकाउंटर' इंसाफ का होता है."
बसपा (BSP) सुप्रीमो और राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने ओवैसी से इतर रुख अपनाया है. मायावती ने ट्वीट में कहा, "उत्तर प्रदेश में बीजेपी के लोगों के ऊपर "राजनैतिक द्वेष" की भावना से दर्ज मुकदमे वापस होने के साथ ही सभी विपक्षी पार्टियों के लोगों पर भी ऐसे दर्ज मुकदमे भी जरूर वापस होने चाहिए. बीएसपी की यह मांग है."