अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सदस्य के तौर पर भारत कानून का शासन सुनिश्चित करने में दृढ़ रहा: श्रृंगला

विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रृंगला ने कहा- मध्यस्थता तथा इसी प्रकार के अन्य तरीकों से अंतरराष्ट्रीय विवादों को हल करने का भारकत का लंबा इतिहास

विज्ञापन
Read Time: 5 mins
भारत के विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रृंगला (फाइल फोटो).
नई दिल्ली:

विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रृंगला ने शनिवार को कहा कि भारत कानून का शासन सुनिश्चित करने में दृढ़ रहा है और मध्यस्थता तथा इसी प्रकार के अन्य तरीकों से अंतरराष्ट्रीय विवादों को हल करने का उसका लंबा इतिहास है. तृतीय स्थाई मध्यस्थता न्यायालय (पीसीए)-भारत संगोष्ठी को संबोधित करते हुए श्रृंगला ने कहा कि स्थापना के वक्त से ही पीसीए ने कई राजनीति रूप से महत्वपूर्ण और दिलचस्प मामलों का निपटारा किया है.

उन्होंने कहा कि यह एक प्रमुख संस्थान है और देश, देशों की संस्थाओं, अंतर-सरकारी संगठनों के साथ-साथ निजी संस्थाओं की संलिप्तता वाले अंतरराष्ट्रीय विवादों के समाधान के लिए पहली पसंद बन गया है.

श्रृंगला ने कहा,‘‘अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सदस्य के रूप में भारत कानून के शासन को सुनिश्चित करने में दृढ़ रहा है और अंतरराष्ट्रीय विवादों के सौहार्दपूर्ण हल के लिए मध्यस्थता और इस तरह के अन्य तरीकों का इस्तेमाल करने का उसका एक लंबा इतिहास रहा है.''

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Supreme Court on UP Madrasa: UP के मदरसों को बड़ी राहत, सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में क्या हुआ?
Topics mentioned in this article