महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने सोमवार को एनडीटीवी से बात करते हुए कहा कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो उनके दामाद के मामले को ढाल बना रही है. नवाब मलिक के दामाद को ड्रग्स मामले में गिरफ्तार किया गया था. एनडीटीवी से बात करते हुए नवाब मलिक ने कहा, 'यह आरोप निराधार है. वे मेरे दामाद के मामले को ढाल बना रहे हैं. नौ महीने पहले, उन्हें वानखेड़े (एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े) ने गिरफ्तार किया था. मैंने कहा कि मुझे भारतीय न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है. कोई भी कानून से ऊपर नहीं है. पिछले महीने की 27 तारीख को, उन्हें जमानत दे दी गई.' इसे "एक गलत काम के खिलाफ लड़ाई" करार देते हुए मलिक ने कहा कि वानखेड़े ने "पैसे वसूलने के लिए एनसीबी का प्रभार लिया है."
एनसीपी के वरिष्ठ नेता ने कहा, 'मुंबई शहर से हजारों करोड़ से अधिक की उगाही की जा चुकी है. निश्चित रूप से गलत काम हो रहा है.' महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन के नेताओं ने एजेंसी पर राज्य सरकार को बदनाम करने के लिए भाजपा के इशारों पर चलने का आरोप लगाया है.
सोमवार को इससे पहले मलिक ने ट्वीट करते हुए वानखेड़े के बर्थ सर्टिफिकेट पर सवाल उठाए थे. एक बर्थ सर्टिफिकेट कॉपी ट्वीट किया गया था, जिसमें पिता का नाम दाऊद के वानखेड़े के रूप में लिखा है. इसके साथ कैप्शन दिया हुआ था, 'समीर दाऊद वानखेड़े द्वारा जालसाजी यहां से शुरू हुई.'
उसके बाद वानखेड़े ने कोर्ट में एक हलफनामा दायर कर कहा कि एक "जाने-माने राजनीतिज्ञ' की 'व्यक्तिगत खुन्नस' का शिकार बनाया जा रहा है. क्योंकि इनके एक रिश्तेदार समीर खान को ड्रग्स मामले में गिरफ्तार किया गया था.'
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वानखेड़े ने कहा, "मेरे व्यक्तिगत दस्तावेजों का प्रकाशन मानहानि का मामला है और मेरे परिवार की निजता पर अनावश्यक हमला है. इसका मकसद मुझे, मेरे परिवार, मेरे पिता और मेरी दिवंगत मां को बदनाम करना है.' साथ ही कहा कि उनका परिवार बेहद मानसिक और भावनात्मक दबाव में है और वह खुद इन बेतुके बदनाम करने वाले आरोपों से परेशान हैं.
मलिक अपने आरोपों पर अभी कायम हैं. उन्होंने अधिकारी पर "दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़" और "झूठे जाति प्रमाण पत्र के साथ IRS की नौकरी पाने" का आरोप लगाया है.
मलिक ने कहा, "एक व्यक्ति एससी प्रमाणपत्र प्राप्त करने और लाभ प्राप्त करने के लिए जाली दस्तावेज का उपयोग कर रहा है. उसने दाऊद नाम रखा. एक मुस्लिम महिला से शादी की, उसके दो बच्चे थे. हमारे पास निकाहनामा है. अगर वह हिंदू है, तो निकाहनामा क्यों बनाया गया था? उसने मस्जिद में निकाह क्यों किया? निश्चित रूप से वे मुस्लिम थे. उन्होंने एससी के नाम पर लाभ पाने के लिए दस्तावेज के साथ छेड़छाड़ की क्योंकि उनके पिता एससी थे.'
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