भारी बारिश के कारण तमिलनाडु और इसकी राजधानी चेन्नई में बुरे हालात हैं. भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण चेन्नई एयरपोर्ट पर दोपहर 1.15 से शाम 6 बजे तक आने वाली सभी फ्लाइट्स को निलंबित (सस्पेंड) कर दिया गया है. एयरपोर्ट की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है.
- तमिलनाडु और चेन्नई और राज्य के सात जिलों में बेहद भारी बारिश और 45 किमी प्रति घंटा तक की रफ्तार की तेज हवाएं चलने का अनुमान लगाया गया है. चेन्नई के साथ ही तिरुवल्लूर,रानीपेट, वेल्लोर, तिरुपत्तुर, तिरुवन्नमलाई,काल्लाकुरिचि और सालेम आदि स्थानों के लिए अलर्ट जारी किया गया है.
- मौसम विभाग के बुलेटिन में कहा गया है कि दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर बना दबाव पिछले छह घंटों के दौरान 21 किमी प्रति घंटे की गति के साथ पश्चिम / उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा और बृहस्पतिवार को सुबह साढ़े पांच बजे दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी, चेन्नई से लगभग 170 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व और पुडुचेरी से 170 किमी पूर्व में केंद्रित था.
- बुलेटिन के अनुसार, आज शाम तक इसके पश्चिम / उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और चेन्नई के आसपास उत्तर तमिलनाडु और उससे सटे दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों को पार करने की बहुत संभावना है. इसके परिणामस्वरूप चेन्नई में 40-45 किमी की रफ्तार से हवाएं चलेंगी.
- मौसम विज्ञान उप महानिदेशक एस बालचंद्रन ने लोगों को अनावश्यक रूप से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी है.
- तमिलनाडु के कई जिलों में कल रात और आज सुबह तेज बारिश हुई, इसमें मुख्य रूप से नॉर्दन डिस्ट्रिक्ट शामिल है. तांबरम (चेंगलपेट डीटी) में 232.9 मिमी, उसके बाद चोलावरम (220 मिमी) और एन्नोर में 205 मिमी बारिश हुई है. बारिश के कारण अब तक 14 लोगों की मौत हुई है.
- राजधानी चेन्नई और अन्य जिलों में लगातार चौथे दिन स्कूल-कॉलेज बंद रहे. चेन्नई के कई स्थानों पर जलभराव की स्थिति है.
- ANI की ओर से शेयर किए गए विजुअल्स में बाढ़ का पानी चेन्नई के केके नगर की हॉस्पिटल में दाखिल होते देखा जा सकता है. अन्य फोटो में मद्रास हाईकोर्ट के निकट मेट्रो स्टेशन के बाहर पानी भरा हुआ देखा जा सकता है.
- चेन्नई के निचले इलाकों में घुटने तक पानी भरा है. तीस साल पहले डवलप किया गया यह इलाका अब झील में तब्दील हो गया है. वहां के रहने वालों का कहना है कि मानसून के दौरान पानी की कोई निकासी नहीं होती है. जिसकी वजह से गलियों और सड़कों पर पानी भरा रहता है.
- चेन्नई के निचले इलाकों में पानी निकासी की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने इसके लिए पहले की अन्नाद्रमुक सरकार को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा, 'ऐसे हालात घटिया काम और भ्रष्टाचार की वजह से हैं. हमने केवल छह महीनों में 60 प्रतिशत तक काम किया है. बारिश के मौसम के बाद, हम चेन्नई के बाकी हिस्सों को ठीक कर देंगे और आगे ऐसे हालात न बनें उसे रोकेंगे.'
- उधर, चेन्नई कॉरपोरेशन का कहना है कि बरसाती पानी की नालियों को भारी बारिश के लिए नहीं बनाया गया है. इन्हें केवल हर साल होने वाली औसत बारिश के लिए बनाया गया था. (ANI और BHASHA से भी इनपुट)
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