महाराष्ट्र में रिलायंस प्रमुख मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर मिली लावारिस कार के मालिक हिरेन मनसुख (Hiren Mansukh) की मौत का मामला सियासी बवंडर का रूप ले रहा है. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Former Maharashtra Chief Minister Devendra Fadanvis) ने मंगलवार को विधानसभा में यह मुद्दा उठाया और केस से जुड़े पुलिस अफसर सचिन वजे की गिरफ्तारी की मांग की.
फडणवीस ने हिरेन की पत्नी द्वारा एफआईआर में दिए गए बयान को विधानसभा में पढ़ा. असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वजे (Sachin Vaze) फिलहाल क्राइम इंटेलीजेंस यूनिट में तैनात हैं और उन्हें ही लावारिस कार में मिले विस्फोटक के मामले की जांच सौंपी गई थी. लेकिन बाद में उनकी जगह दूसरे अधिकारी को यह जिम्मेदारी दिया गया.
फडणवीस ने कहा, सचिव वजे को सजा मिलनी चाहिए. महाराष्ट्र सरकार पर आरोप लगाते हुए पूर्व सीएम ने कहा, "आप उसे सबूत नष्ट करने का मौका दे रहे हैं. सिर्फ इसलिए कि वह एक पार्टी से जुड़ा हुआ है. उसे बचाया जा रहा है, उसे दोबारा कैसे पुलिस फोर्स में लिया गया. उसे सस्पेंड किए जाने की जरूरत है."
मनसुख (45 वर्ष) का शवर मुंबई की एक खाड़ी के पास शुक्रवार को पाया गया था, एक रात पहले से वो गायब था. इसके बाद महाराष्ट्र एटीएस को यह केस सौंप दिया गया. फडणवीस के मुताबिक, मनसुख ने कुछ दिनों पहले शिकायत की थी कि कुछ पुलिस अधिकारियों और पत्रकारों द्वारा उसे परेशान किया जा रहा है.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, गृह मंत्री अनिल देशमुख और मुंबई पुलिस कमिश्नर को लिखे पत्र में मनसुख ने पुलिस सुरक्षा के साथ आरोपी अफसरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की थी. 2 मार्च को लिखे पत्र में उसने बताया था कि कैसे कार चोरी हुई और पुलिस इस मामले में उसे प्रताड़ित कर रही है.