ड्रग्स केस में अभिनेता अर्जुन रामपाल की बढ़ी मुश्किल, घर में मिली दवा को लेकर जांच एजेंसी से बोला झूठ: सूत्र

अर्जुन रामपाल के घर जिस दिन NCB ने छापा मारकर कुछ दवाएं बरामद की थी, वो दवाएं एच कैटेगरी की ड्रग्स होती है जो बिना डॉक्टरी परामर्श और डॉक्टरी पर्चे के नहीं ली जा सकती है.

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नई दिल्ली/मुंबई:

सुशांत सिंह राजपूत केस (Sushant Singh Rajput Case) में ड्रग्स एंगल (Drugs Angel) की जांच कर रही नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB की पूछताछ का सामना कर रहे अभिनेता अर्जुन रामपाल (Arjun Rampal) की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. सूत्रों के हवाले से खबर है कि एनसीबी से पूछताछ में अर्जुन रामपाल का झूठ सामने आया है जिसकी वजह से उनकी मुश्किलें बढ़ सकती है.  इसके साथ ही अर्जुन रामपाल की एक करीबी रिश्तेदार की भी मुश्किलें बड़ गई हैं. दरअसल अर्जुन रामपाल के घर से बरामद दवाओं के बारे में जांच एजेंसी को दिए अपने बयान में अर्जुन रामपाल फंस गए हैं.  पूछताछ में रामपाल के घर से बरामद दवा (Clonazepam)को उन्होंने अपने रिश्तेदार की दवा बताई थी. रामपाल ने बरामद दवाओं का एक डॉक्टरी पर्चा भी एनसीबी को दिया था,  उसी पर्चे की जांच में अभिनेता फंसते नजर आ रहे हैं. 

एनसीबी ने तफ्तीश मे पाया कि दिल्ली के एक डॉक्टर को गुमराह कर उन दवाओं की पर्ची दिल्ली पुरानी तारीख में बनवाई गई थी, जांच में सामने आए दिल्ली के एक डॉक्टर से मुंबई एनसीबी टीम ने दिल्ली आकर घंटों पूछताछ की. डॉक्टर ने NCB पूछताछ में अहम खुलासा किया है. सूत्रों ने यह भी बताया है कि अब यह डॉक्टर बना जांच एजेंसी का सरकारी गवाह बन गया है और इसने मुंबई एनसीबी कोर्ट में 164  के तहत बयान दर्ज करवाया है. 

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अर्जुन रामपाल के घर जिस दिन NCB ने छापा मारकर कुछ दवाएं बरामद की थी, वो दवाएं एच कैटेगरी की ड्रग्स होती है जो बिना डॉक्टरी परामर्श और डॉक्टरी पर्चे के नहीं ली जा सकती है. जबकि रामपाल के घर से बरामद यह दवाएं बिना डॉक्टरी सलाह और पर्चे से इस्तेमाल हो रही थी. 

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रामपाल के घर छापे के अगले दिन ही अर्जुन रामपाल ने खुद को NCBजांच से बचने के लिए और पूछताछ को गुमराह करने के लिए अपनी एक महिला मित्र से सम्पर्क किया और बरामद दवाओं का एक पर्चा मुहैया कराने को बोला. जिसके बाद अर्जुन रामपाल की उस महिला मित्र ने सीआर पार्क के माइंड वृक्ष नाम से क्लीनिक चलाने वाले मनोचिकित्सक (Psychiatrist) डॉक्टर रोहित गर्ग (Rohit Garg) से सम्पर्क किया और अगले ही दिन डॉक्टर को यह बोलकर एक पर्चा बनवाना गया कि रामपाल की एक रिश्तेदार चिंता (ANXIETY) में है और उसे दवाओं की जरूरत है. 

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जिसके बाद डॉक्टर रोहित गर्ग ने वही बरामद दवाओं की पर्ची बनाकर अर्जुन रामपाल की महिला मित्र को दे दी, और वही पर्ची रामपाल ने एनसीबी को सौंप दी थी. एनसीबी आज इन्हीं दवाओं की पर्ची से जुड़े सवाल रामपाल से पूछ रही है. 

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