अपोलो हॉस्पिटल्‍स में ₹ 1,195 में लगाई जाएगी Sputnik V वैक्‍सीन

अपोलो ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्‍स ने ऐलान किया है कि यह रूस में बनी कोविड-19 वैक्‍सीन Sputnik V को देशभर के हॉस्पिटल में लगाना शुरू करेगा.

विज्ञापन
Read Time: 11 mins
Sputnik V को अप्रैल में भारत में आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दी गई थी.
नई दिल्ली:

अपोलो ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्‍स ने ऐलान किया है कि यह रूस में बनी कोविड-19 वैक्‍सीन Sputnik V को देशभर के हॉस्पिटल में लगाना शुरू करेगा. जून के दूसरे हफ्ते से यह किया जाएगा और Sputnik V वैक्‍सीन की प्रति डोज अनुमानित कीमत ₹ 1,195 है. अपोलो ग्रुप के एक अधिकारी ने बताया, 'हम वैक्‍सीन के लिए ₹ 995 रुपये चार्ज करेंगे जबकि ₹ 200 एडमिनिस्‍ट्रेशन चार्ज होगा.' गुरुवार को अपोलो हॉस्पिटल ने कहा था कि वह जून के दूसरे हफ्ते से Sputnik V लगाना शुरू करेगा.अपोलो ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्‍स की कार्यकारी वाइस चेयरपरसन (Executive Vice-chairperson) शोभना कामिनेनी ने एक बयान में कहा कि ग्रुप ने देश के 80 स्‍थानों पर एक मिलियन यानी 10 लाख कोरोना वैक्‍सीन लगाने का काम पूरा कर दिया है. हम फ्रंटलाइन वर्कर्स, हाईरिस्‍क पॉपुलेशन और कार्पोरेट कर्मचारियों को तरजीह देंगे.

Coronavirus की दूसरी लहर पर काबू पाने में 'धारावी मॉडल' ने इस तरह की मदद

अपने बढ़ते वैक्‍सीनेशन प्रोग्राम का ब्‍यौरा देते हुए शोभना ने कहा, 'जून में हम हर सप्‍ताह एक मिलियन लोगों को कोरोना टीका लगाएंगे और जुलाई में इसकी संख्‍या दोगुनी हो जाएगी. हम सितंबर तक 20 मिलियन टीका लगाने का लक्ष्‍य पूरा करने की ओर बढ़ रहे हैं. ' गौरतलब है कि भारत में वैक्‍सीन की आपूर्ति कुछ बढ़ी है और अप्रैल में रूस की वैक्‍सीन Sputnik V को देश में उपयोग की मंजूरी दी गई है. एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत और रूस हर माह Sputnik V की 35-40 मिलियन डोज के उत्‍पादन की योजना बना रहे हैं और यह सिलसिला अगस्‍त-सितंबर से शुरू होगा.

दिल्ली में अनलॉक धीरे-धीरे शुरू, सोमवार से निर्माण और फैक्ट्री गतिविधियां चालू होंगी: CM केजरीवाल

24 मई को Russian Direct Investment Fund (RDIF) और भारत में दवा बनाने वाली बड़ी कंपनी Panacea Biotec ने स्‍पूतनिक V कोविड-19 वैक्‍सीन के उत्‍पादन की शुरुआत की थी. रूस की वैक्‍सीन Sputnik V  को कोरोना वायरस के खिलाफ उपयोग की इजाजत देने वाला भारत 60वां देश हैं. इस वैक्‍सीन को अब तक उन देशों, जिनकी कुल आबादी मिलाकर तीन अरब है, में इस्‍तेमाल की इजाजत मिल चुकी है, समूची विश्‍व आबादी का यह 40% है.स्‍पूतनिक V की आयातित डोज की पहली खेप भारत में 1 मई को पहुंची थी. इस वैक्‍सीन को 13 अप्रैल को भारत में आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दी गई थी.  91.6% के साथ स्‍पूतनिक V की प्रभावशीलता (efficacy) अन्‍य दो वैक्‍सीन की तुलना में अधिक बताई गई है. 
 

Advertisement
Featured Video Of The Day
Russia Ukraine War: थके हारे तो दोनों हैं लेकिन Volodymyr Zelenskyy के तेवर नरम पड़े | NDTV Duniya
Topics mentioned in this article