उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ( UP Health Minister Jai Pratap Singh) ने माना है कि इस वक्त कहीं भी भारी भीड़ इकट्ठा होती है तो कोरोना के मामलों में उछाल (Covid Cases) आएगा. चुनावी रैलियों को लेकर उनका ये बयान आया है. उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि पिछले साल कोरोना की दूसरी लहर के दौरान यूपी में ऑक्सीजन की कमी थी, लेकिन यह पूरे देश का संकट था. हालांकि सुधार के सारे कदम उठाए गए हैं. वहीं कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने दावा किया कि प्रदेश की 47 फीसदी आबादी का वैक्सीनेशन हो चुका है. जय प्रताप सिंह ने NDTV से बातचीत में कहा कि ज्यादा भीड़ जुटने से कोरोना तेज बढ़ेगा, खासकर ओमिक्रॉन वैरिएंट बेहद संक्रामक है.
दिल्ली में टेस्ट कराने वाला हर चौथा व्यक्ति कोरोना संक्रमित, पिछले 24 घंटों में 19166 नए मामले
जब उनसे पूछा गया कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को उनकी पिछली राजनीतिक सभाओं में बिना मास्क के नजर आए हैं, तो उन्होंने कहा कि इक्का-दुक्का ऐसी घटनाएं हुई हैं. मुख्यमंत्री हमेशा ये कहते रहे हैं कि सभी लोग मास्क पहनें. सिंह ने कहा कि चुनावी तारीखों के ऐलान के पहले प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के बहुत सारे कार्यक्रम निर्धारित थे, लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए हमने इन्हें स्थगित करने का फैसला किया है.
स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि प्रदेश के जिन जिलों में केस दो हजार के पार कर गए हैं, वहां पाबंदियां लगानी शुरू कर दी हैं. साथ ही कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराना शुरू कर दिया है. हमने ये सुनिश्चित किया है कि बड़ी जनसभाएं और नुक्कड़ सभाएं आयोजित न हों. लोग हर वक्त मास्क पहने रहें. यूपी में दस फरवरी को पहले चरण का चुनाव देखते हुए यह कदम उठाया गया है. कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान बड़े शहरों के मुकाबले गांवों में काफी कम केस थे.
उन्होंने कहा कि इस बार भी वो ऐसा ही ट्रेंड देख रहे हैं. छोटे जिलों में दूरदराज थोड़े बहुत केस मिल रहे हैं, जिन्हें आसानी से संभाला जा सकता है. उन्होंने कहा कि यह हर्ड इम्यूनिटी के कारण हो सकता है. हालांकि स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 47 फीसदी लोग कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके हैं.
पिछले 10-15 दिनों में वैक्सीनेशन अभियान को तेज गति दी गई है. यह रोजाना औसतन 17-18 लाख वैक्सीन डोज रहा है. उन्होंने कहा कि यूपी एक बड़ा राज्य है, लिहाजा पूर्ण वैक्सीनेशन का अनुपात दूसरे प्रदेशों के मुकाबले कम लग सकता है, लेकिन संख्या के हिसाब से देखा जाए तो यह देश के बाकी सभी राज्यों से भी ज्यादा है.