उत्तर प्रदेश के आगरा (Agra) में गुरुवार को गांव वालों और पुलिस (Agra Police) के बीच हुए संघर्ष में गांव वालों ने एक पुलिस चौकी (Mob Torched Police Post) जला दी और कुछ पुलिस वालों की पिटाई भी कर दी. आगरा के ताजगंज इलाके में एक बालू लदे ट्रैक्टर का ड्राइवर पुलिस को देख कर भागने लगा तो उसका ट्रैक्टर एक गड्ढे में गिर गया. ट्रैक्टर पलटने से उसका ड्राइवर बालू में दब गया जिससे उसकी मौत हो गई. गांव वालों को इसकी खबर मिलने पर उन्होंने पुलिस पर हमला कर दिया और ड्राइवर का शव सड़क पर रख कर जाम लगा दिया. भीड़ पर काबू करने के लिए आसपास के थानों की फ़ोर्स बुलाई गई जिसने उपद्रवियों की पिटाई की, जाम खुलवाया और शव को पोस्टमॉर्टेम के लिए भेजा. इससे नाराज गांव वालों ने इलाके की तोरा पुलिस चौकी में आग लगा दी जिसमें कई गाड़ियां वग़ैरह भी जल गईं. पुलिस ने कुछ उपद्रवियों को गिरफ्तार भी किया है.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि लोगों ने चौकी पर मौजूद एक कांस्टेबल से मारपीट की और वहां से गुजरते निबोहरा थाने में तैनात पुलिसकर्मी को वर्दी में देखकर निशाना बनाया. उन्होंने बताया कि इसमें घायल हुए दो सिपाहियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अधिकारियों ने बताया कि भीड़ ने चौकी में रखा वायरलेस और लैपटॉप भी लूट लिया है तथा विवेचना को रखे कागजातों में आग लगा दी.
ग्रामीणों ने दावा किया कि ताजगंज के करबना निवासी पवन अपनी ट्रैक्टर-ट्रॉली पर बालू लेकर आ रहा था. उनका आरोप है कि ट्रैक्टर-ट्रॉली चालक ने सामने खड़ी पुलिस को देखकर ट्रैक्टर-ट्रॉली तेज दौड़ा दी. ग्रामीणों का कहना है कि इससे ट्रैक्टर ट्रॉली असंतुलित होकर कुछ दूर जाने के बाद सड़क किनारे नाले में जा गिरी जिससे इसके नीचे दबकर पवन की मौत हो गयी. पुलिस का कहना है कि घटना की जानकारी होने पर गांव करबना के ग्रामीण बड़ी संख्या में पहुंच गये और पुलिसकर्मियों से भिड़ एवं पथराव किया. पुलिस के अनुसार लोगों ने चौकी में आग लगा दी और बाहर खड़ी गाड़यां भी फूंक दी. घटना की जानकारी होने पर क्षेत्राधिकारी (सीओ) सदर महेश कुमार तीन थानों के बल के साथ मौके पर पहुंचे. आधे घंटे बाद बवाल शांत किया जा सका.
घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) ए सतीश गणेश ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि एक व्यक्ति की ट्रैक्टर पलटने से मौत हो गयी है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर लोगों के गुस्से को शांत किया लेकिन मृतक के गांव के रहने वाले लोगों ने पुलिस चौकी तोरा पर तोडफ़ोड़ और आगजनी की। उन्होंने बताया कि सीसीटीवी कैमरों से उन लोगों को चिन्हित किया जा रहा है जिन्होंने कानून को अपने हाथ में लिया है. उन्होंने कहा, ‘‘हमारा प्रयास होगा कि जिन लोगों ने कानून हाथ में लिया है उनके खिलाफ विधिक कार्यवाही की जाए. अभी फिलहाल मौके पर शांति है. जो भी घटनाक्रम हुआ है उसकी तह तक जाने का प्रयास करेंगे और उन लोगों को चिन्हित करेंगे जिन्होंने लोगों को भड़काने का काम किया है और उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई करेंगे.'' (इनपुट भाषा से...)