बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) में भारी दवाब के बाद बनी मौसमी परिस्थितियों में आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के चित्तूर और आसपास के जिलों में गुरूवार को भारी बारिश हुई. इससे भगवान वेंकटेश्वर (Lord Venkateshwara) के निवास स्थल तिरुमाला (Tirumala) में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई. भारी बारिश की वजह से मंदिर नगरी तिरुपति में सड़कों पर तेज पानी के बहाव में सैकड़ों तीर्थयात्री फंसे दिखाई दिए. हालांकि, रेस्क्यू कर उन्हें वहां से निकाला गया.
तिरुमाला पहाड़ियों पर मुख्य मंदिर से सटे चार 'माडा स्ट्रीट' और वैकुंठम कतार परिसर (तहखाना) बारिश की वजह से जलमग्न रहे. बाढ़ से हालात के कारण तीर्थयात्री बाहर नहीं निकल सके, इसलिए भगवान वेंकटेश्वर का दर्शन गुरुवार को करीब-करीब ठप रहा.
भारी बारिश की वजह से तिरुमाला पर स्थित जपली अंजनेय स्वामी मंदिर जलमग्न हो गया और भगवान की मूर्ति भी जलमग्न हो गई. तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के अधिकारियों ने पवित्र पहाड़ियों पर फंसे तीर्थयात्रियों के लिए मुफ्त भोजन और आवास की व्यवस्था की है.
टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी केएस जवाहर रेड्डी ने स्थिति को देखते हुए शुक्रवार को कार्यालय के कर्मचारियों के लिए छुट्टी की घोषणा की है. करीबी आधिकारिक सूत्रों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया है कि बाढ़ और भूस्खलन के बाद तिरुमाला पहाड़ियों की ओर जाने वाले दो घाट मार्गों को बंद कर दिया गया है.
उन्होंने बताया कि अलीपीरी से मंदिर की ओर जाने वाले पैदल मार्ग को भी बंद कर दिया गया है. रेनीगुंटा स्थित तिरुपति अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा भी पानी में डूबा रहा, जिससे वहां आने वाले विमानों की लैंडिंग रोकनी पड़ी है.
हवाई अड्डे के निदेशक एस सुरेश ने कहा कि हैदराबाद और बेंगलुरु से तिरुपति में उतरने वाली दो यात्री उड़ानों को वापस जाने के लिए कहा गया था जबकि नई दिल्ली से एक निर्धारित उड़ान को मौजूदा मौसम की वजह से रद्द कर दिया गया है. तिरुमाला में टीटीडी के अतिरिक्त कार्यकारी अधिकारी का कार्यालय कई गेस्ट हाउसों की तरह खाली पड़ा रहा.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बृहस्पतिवार को कहा कि चेन्नई और उसके पड़ोसी जिलों में बारिश होने के साथ ही बंगाल की खाड़ी पर दबाव का क्षेत्र बन गया है और वह 19 नवंबर तक तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के बीच तट को पार करेगा. आईएमडी ने ट्वीट किया कि चेन्नई से 300 किलोमीटर से भी अधिक दूरी पर दबाव का क्षेत्र बन गया है.
मौसम कार्यालय ने अगले 24 घंटों में उत्तरी तमिलनाडु और उससे सटे दक्षिणी जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जतायी है. इस बीच, शहर और उसके पड़ोसी जिलों कांचीपुरम, तिरुवल्लूर और चेंगलपेट में रात भर बारिश होने के कारण प्राधिकारियों को स्कूलों के लिए अवकाश घोषित करना पड़ा है.