आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के गुंटुर जिले में दलित इंजीनियरिंग छात्रा को सरेआम चाकुओं से गोदकर मार डालने की घटना से उबाल आ गया है. सीसीटीवी की मदद से आरोपियों को भले ही पकड़ लिया गया हो, लेकिन इस घटना को लेकर जगन मोहन सरकार पर चौतरफा हमला हो रहा है. खबरों के मुताबिक, इंजीनियरिंग की थर्ड ईयर की छात्रा ककानी रोड पर अपने घर जा रही थी, तभी एक बाइक सवार एक युवक उसकी ओर बढ़ा. युवक ने उससे बाइक पर बैठने को कहा, लेकिन लड़की ने इनकार कर दिया. इसके बाद युवक ने चाकू से उसकी गर्दन और अन्य जगहों पर ताबड़तोड़ वार किया, जिससे वो मौके पर ही गिर गई.
आंध्र के डीजीपी डीजी सवांग ने कहा कि घटना के आरोपी को पकड़ लिया गया है. उन्होंने कहा कि सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से आरोपी की पहचान में आसानी हुई और स्थानीय पुलिस को भी लोगों से ऐसे सुराग मिले, जिससे हत्यारोपी बच नहीं पाया.
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी (Chief Minister YS Jagan Mohan Reddy ) ने पीड़ित परिवार के लिए 10 लाख रुपये की मदद जारी की है. साथ ही अधिकारियों से परिवार का ख्याल रखने को कहा है.
आंध्र प्रदेश की गृह मंत्री एम सुचरिता भी गवर्मेंट जनरल हास्पिटल पहुंचीं, जहां छात्रा के शव को लाया गया था. उन्होंने भी इस घटना को लेकर हैरत जताई. लेकिन विपक्षी दलों ने सरकार पर हमला बोल दिया है. टीडीपी (TDP) महासचिव और विधान परिषद सदस्य नरा लोकेश ने कहा कि दलित छात्रा की सरेआम हत्या ऐसे वक्त हुई है, जब मुख्यमंत्री स्वतंत्रता दिवस पर भाषण दे रहे थे और उनके शासन में महिला सुरक्षा के दावे कर रहे थे.
जन सेना प्रमुख पवन कल्याण (Jana Sena chief K Pawan Kalyan) ने कहा कि यह बेहद दर्दनाक है. छात्राओं और महिलाओं पर ऐसे ताबड़तोड़ हमले हो रहे हैं और यह सरकार की उन्हें सुरक्षा प्रदान करने में नाकामी का नतीजा है. दिशा विधेयक का जिक्र करतेहुए कल्याण ने कहा कि ऐसे खोखले कानूनों का कोई मतलब नहीं है. इस सरकार में महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता नहीं है.