कर्नाटक (Karnataka) में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) और विपक्षी पार्टी जनता दल सेक्युलर (JDS) के एक चुनाव के लिए 'आपसी जुगलबंदी' से इन दोनों दलों के बीच भविष्य में गठबंधन की अटकलें तेज हो गई हैं हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी (HD Kumaraswamy) ने NDTV के साथ बातचीत में कहा है कि उनकी पार्टी केवल सीमित उद्देश्य के लिए बीजेपी का समर्थन कर रही है. कर्नाटक विधान परिषद (Karnataka Legislative Council) के आज हुए चुनाव में जेडीएस के सहयोग से बीजेपी के एमके प्रनेश उपाध्यक्ष (Deputy Chairperson) चुने गए है. कर्नाटक के उच्च सदन, विधान परिषद में बीजेपी, जेडीएस और कांग्रेस में से किसी भी दल को बहुमत हासिल नहीं है. ऐसे में कांग्रेस को अकेला छोड़कर बीजेपी और जेडीएस ने आपस में हाथ मिलाते हुए सबको हैरान कर दिया.
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दिसंबर माह में जेडीएस के एसएल धरमगौडा के निधन के कारण यह चुनाव जरूरी हो गए थे. 15 दिसंबर को विधान परिषद में नाटकीयता से भरपूर दृश्यों में कांग्रेस के विधायकों को धरमगौडा को अध्यक्ष की सीट से खींचते हुए देखा गया था. कांग्रेस पार्टी से बने चेयरपरसन)प्रभातचंद्र शेट्टी को बीजेपी हटाना चाहती थी. पार्टी का कहना था कि उन्हें पद पर रहने का अधिकार नहीं है. उनके डिप्टी के रूप में धरमगौडा ने उनकी सीट ली थी, इस कारण कांग्रेस के सदस्यों के साथ उनकी तनातनी की नौबत आई थी. सदन को संबोधित करते हुए नए डिप्टी चेयरपरसन ने कहा कि उनके लिए यह मौका खुशी और दुख दोनों का है. उन्होंने धरमगौडा की असमय मौत का जिक्र किया जिसकी वजह ने इस चुनाव की नौबत आई.
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प्रनेश ने धरमगौड़ा का जिक्र करते हुए कहा, 'वे सफल राजनेता भी थे. उनके बेहद कुशलता से अपने काम को अंजाम दिया. मैं उनके जैसे शख्स के कारण खाली हुए स्थान को भर रहा हूं. मैं खुश हूं लेकिन इसके साथ ही दुख भी है कि यह सब 'ऐसे मौके' पर हुआ है.' उन्होंने कहा, विधान परिषद में पहले जो कुछ भी हुआ, हमें उसे भूलते हुए आगे बढ़ना होगा. हमें एक-दूसरे पर दोषारोषण से बचना होगा. मुझे आप सभी के समर्थन की जरूरत है.'