अमृतपाल सिंह के खालिस्तानी कुनबे के सबसे बड़े राजदार को लेकर सुरक्षा एजेंसी ने बड़ा खुलासा किया है. सूत्रों के मुताबिक, अमृतपाल का फाइनेंसर दलजीत कलसी, पाकिस्तान के पूर्व आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा के बेटे का करीबी है. कलसी के लिंक कमर जावेद बाजवा के बेटे साद बाजवा की कंपनी से जुड़े थे. साद की कंपनी दुबई में है. कलसी दो महीने के लिए दुबई भी गया है. उसके दुबई में रुकने की व्यवस्था खालिस्तानी आतंकी लांडा हरिके ने की थी. इसके अलावा दिल्ली का एक और बड़ा फाइनेंसर भी कलसी के लिए काम करता था.
सूत्रों के मुताबिक, दलजीत कलसी के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के संपर्क में होने के सबूत मिले हैं. कलसी के लिंक बमबीहा गैंग के करीबी गैंगस्टर से भी जुड़े पाए गए. दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर नीरज बवानिया से भी कलसी की करीबी है. काफी पहले कलसी ने दिल्ली में अपना ऑफिस खोला हुआ था और पंजाब में मॉडलिंग या फिल्मों में काम दिलवाने का काम करता था. सूत्रों के मुताबिक, कलसी अमृतपाल का सबसे बड़ा राजदार और करीबी है.
अमृतपाल सिंह अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. उसके नेपाल में छिपे होने की आशंका भी जताई जा रही है. ऐसे में भारत ने नेपाल सरकार से अनुरोध किया है कि वह भगोड़े कट्टरपंथी अलगाववादी अमृतपाल सिंह को किसी तीसरे देश में भागने की अनुमति न दे और यदि वह भारतीय पासपोर्ट या किसी अन्य फर्जी पासपोर्ट का इस्तेमाल करके भागने का प्रयास करता है, तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाये. मीडिया में प्रकाशित एक रिपोर्ट में सोमवार को यह जानकारी दी गई.
ऐसा माना जा रहा है कि अमृतपाल नेपाल में छिपा है. ‘काठमांडू पोस्ट' अखबार ने खबर दी है कि काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास ने शनिवार को वाणिज्य सेवा विभाग को भेजे पत्र में यहां की विभिन्न सरकारी एजेंसी से अनुरोध किया है कि यदि अमृतपाल नेपाल से भागने की कोशिश करता है, तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाए. स्थानीय भारतीय मिशन से इस पत्र के बारे में तत्काल कोई पुष्टि नहीं हो सकी है.