केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अपनी कटुता का परिचय देते हुए अपने निजी स्वास्थ्य मामलों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अनावश्यक रूप से घसीटा. खरगे ने यह कहकर अपने निजी स्वास्थ्य के मामलों में बेवजह ही प्रधानमंत्री को घसीटा कि वह मोदी को सत्ता से हटाने से पहले नहीं मरेंगे..
अमित शाह ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर की रैली में खरगे की टिप्पणी यह दिखाती है कि कांग्रेस के मन में प्रधानमंत्री मोदी के लिए कितनी नफरत और डर है, वे लगातार उनके बारे में ही सोचते रहते हैं. जहां तक खरगे के स्वास्थ्य की बात है तो प्रधानमंत्री, मैं और हम सभी यही प्रार्थना करते हैं कि वह दीर्घायु हों, उनका स्वास्थ्य अच्छा रहे.'
खरगे ने क्या कहा था?
जम्मू-कश्मीर के जसरोटा में आयोजित एक रैली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की तबीयत खराब हो गई, लेकिन कुछ देर रुकने के बाद उन्होंने अपना भाषण जारी रखा और सत्तारूढ़ दल पर हमला करते हुए कहा, ‘जब हमारी सरकार आएगी तो हम आतंकवाद को खत्म कर देंगे.' इसके बाद वह कुछ देर के लिए रुके, जिसके बाद मंच पर मौजूद उनके सहयोगी और अन्य लोग उनके पास आए और उन्हें कुर्सी पर बैठने में मदद की.
PM मोदी ने खरगे को किया फोन
प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से बात कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली. कांग्रेस अध्यक्ष ने एक रैली के समय चक्कर आने की शिकायत की थी और उन्हें चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध करानी पड़ी थी. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष को फोन किया और उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना की.