पैगंबर टिप्पणी विवाद के बीच, गौतम गंभीर ने नूपुर शर्मा के समर्थन में किया ट्वीट

भाजपा नेता कपिल मिश्रा और जिला स्तर के नेताओं ने शर्मा का खुलकर समर्थन किया था. बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने ट्वीट किया, 'अगर सच बोलना बगावत है तो मैं भी बागी हूं.'

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गौतम गंभीर ने धर्मनिरपेक्ष उदारवादियों'' पर उनकी चुप्पी के लिए निशाना साधा है
नई दिल्ली:

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद और पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी गौतम गंभीर ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद पार्टी से निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा को मिल रही धमकियों के मद्देनजर रविवार को ‘‘धर्मनिरपेक्ष उदारवादियों'' पर उनकी चुप्पी के लिए निशाना साधा. शर्मा का समर्थन करते हुए उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘एक महिला, जिसने माफी मांग ली है, उसके खिलाफ देश भर में घृणा का घिनौना प्रदर्शन और जान से मारने की धमकी देने वालों पर तथाकथित ‘धर्मनरिपेक्ष उदारवादियों' की चुप्पी निश्चित तौर पर पागल कर देने वाली है.''

टेलीविजन पर बहस के दौरान शर्मा द्वारा दिए गए कथित आपत्तिजनक बयान का कई मुस्लिम संगठनों ने विरोध किया था. विवाद तूल ना पकड़े यह सोचकर भाजपा ने शर्मा को पार्टी से निलंबित कर दिया था. हालांकि इसके बावजूद अभी भी शर्मा के खिलाफ देश के कई शहरों में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं. कुछ चरमपंथियों ने उनको जान से मारने की भी धमकी दी है. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के सांसद इम्तियाज जलील ने शर्मा को ‘‘फांसी'' दिए जाने की मांग की थी.

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बताते चलें कि इससे पहले भाजपा नेता कपिल मिश्रा और जिला स्तर के नेताओं ने शर्मा का खुलकर समर्थन किया था. बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने ट्वीट किया, 'अगर सच बोलना बगावत है तो मैं भी बागी हूं.' बताते चलें कि इससे पहले भाजपा नेता कपिल मिश्रा और जिला स्तर के नेताओं ने शर्मा का खुलकर समर्थन किया था. बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने ट्वीट किया, 'अगर सच बोलना बगावत है तो मैं भी बागी हूं.  वहीं टेलीविजन डिबेट के दौरान पैगंबर के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने वाली नूपुर शर्मा ने कहा है कि उन्होंने पार्टी के फैसले को स्वीकार किया है.
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