"दोस्ती नहीं, रिश्ता": विपक्षी एकता को लेकर उद्धव ठाकरे और कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल की मुलाकात

वेणुगोपाल ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि मैं यहां उद्धव जी से मिलने और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी का संदेश देने आया हूं.

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मुंबई:

कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सोमवार को मुंबई में उद्धव ठाकरे से मुलाकात की. दोनों ही नेताओं के बीच 2024 के लोकसभा चुनाव की रणनीतियों को लेकर चर्चा हुई. साथ ही केंद्र की बीजेपी सरकार द्वारा केंद्रीय एजेंसियों के कथित दुरुपयोग को लेकर भी दोनों नेताओं ने चर्चा की.  वेणुगोपाल ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि मैं यहां उद्धव जी से मिलने और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी का संदेश देने आया हूं. संदेश बहुत स्पष्ट है - भारत और महाराष्ट्र की वर्तमान राजनीतिक स्थिति में, उद्धव जी अलोकतांत्रिक ताकतों के खिलाफ लड़ रहे हैं.  नरेंद्र मोदी और अमित शाह द्वारा लोकतंत्र को पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है, हमने देखा है ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल उद्धव जी और अन्य दलों को निशाना बनाने के लिए किया जा रहा है.

वेणुगोपाल ने "व्यापक विपक्षी एकता" का किया आह्वान

वेणुगोपाल ने "व्यापक विपक्षी एकता" का आह्वान करते हुए कहा कि यही वजह है कि खरगे और गांधी ने पिछले सप्ताह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उनके डिप्टी तेजस्वी यादव और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की थी. बिहार के दोनों नेताओं ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात की थी. 

उन्होंने कहा कि विपक्ष मिलकर नरेंद्र मोदी की तानाशाही से लड़ेगा. मतभेद हो सकते हैं. कांग्रेस, एनसीपी और उद्धव ठाकरे की पार्टी की अपनी विचारधारा है, लेकिन देश बड़े मुद्दों का सामना कर रहा है, जिनका हमने कभी सामना नहीं किया. इसलिए हमने इन सभी मुद्दों पर चर्चा की और हम सभी सहमत हैं कि हम सभी को एक साथ आना होगा और इन लोगों से लड़ना होगा.

राहुल गांधी उद्धव ठाकरे से करेंगे मुलाकात

कांग्रेस महासचिव ने कहा कि राहुल गांधी कुछ समय में मुंबई में उद्धव से मुलाकात करेंगे और ये भी जल्द ही दिल्ली आएंगे.दौरे पर आए कांग्रेस नेता से सहमति जताते हुए ठाकरे ने कहा कि हर किसी की अपनी विचारधारा होती है; हालाँकि, उनकी लड़ाई लोकतंत्र को बचाने की है. ठाकरे ने संवाददाताओं से कहा, "हम जब दोस्ती निभाते हैं, वो दोस्ती नहीं, रिश्ता होता है." उन्होंने कहा, "हमने 25 साल तक भाजपा का समर्थन किया, लेकिन वे वास्तव में कभी नहीं समझ पाए कि कौन दोस्त है और कौन दुश्मन."

विपक्षी दलों की तरफ से एक तरफ जहां व्यापक विपक्षी एकता की बात की जा रही है. वहीं कांग्रेस नेताओं के बयानों में भी कई बार अतर्विरोध देखने को मिला है. जहां एक तरफ कांग्रेस अरविंद केजरीवाल को भेजे गए समन पर आपत्ति दर्ज करवा रही है वहीं पार्टी नेता अजय माकन ने केजरीवाल पर हमला बोला है. 

अनुराग ठाकुर ने कसा था तंज

हाल ही में सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने  2024 में भाजपा को हराने के लिए विपक्षी दलों के प्रयासों की खिल्ली उड़ाई थी और गठबंधन के उनके प्रयास को "ठगबंधन" (ठगों का गठबंधन) कहा था. ठाकुर ने कहा था कि "लोग जानते हैं कि इन दलों की कोई साझा नीति या विचारधारा नहीं है और चुनाव जीतने के लिए झूठे वादे करते हैं। इस तरह के प्रयोग 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में विफल रहे थे."

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