जम्मू-कश्मीर इन दिनों कोरोना के साथ शरीर को गला देने वाली ठंड का सामना कर रहा है. राजधानी श्रीनगर समेत तमाम इलाकों में पारा -10 से -15 डिग्री तक नीचे लुढ़क गया है और भारी बर्फबारी से जनजीवन ठप पड़ गया है. लेकिन ऐसे मुश्किल वक्त में भी स्वास्थ्य संबंधी कोई भी आपात जरूरत आती है तो सुरक्षाबल सब कुछ भूल अपनी जान हथेली पर रखकर मदद करने को आगे आते हैं. जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा के एक अस्पताल में अपने नवजात बच्चे के साथ फंसी एक महिला के लिए सेना के जवान भगवान बनकर आगे आए.
भारी बर्फबारी के कारण सारे रास्ते बंद हो चुके हैं और एंबुलेंस भी घरों तक पहुंचने में नाकाम है. ऐसे में जवानों ने स्ट्रेचर कंधे पर रखकर महिला को उसके घर पहुंचाने का जिम्मा उठाया. स्ट्रेचर को उठाए हुए जवान 6 किलोमीटर तक पैदल उसके घर तक ले गए. इस दौरान जवानों के अलावा महिला के कुछ तीमारदार भी पीछे-पीछे साथ थे. इन्होंने सैनिकों का तहेदिल से शुक्रिया अदा किया, जो ऐसी भीषण परिस्थिति में भी मदद को आगे आए. सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें सेना के जवान महिला को स्ट्रेचर के जरिये ले जाते दिख रहे हैं. लोगों ने सेना के जवानों की बहादुरी और सेवा की भावना की दिल खोलकर तारीफ की है.
गौरतलब है कि कश्मीर का पूरा इलाका इन दिनों भारी बर्फबारी की चपेट में है. वहीं लद्दाख में तो तापमान कई जगहों पर -20 से -25 डिग्री सेल्सियस तक नीचे गिर गया है. प्रशासनिक एजेंसियां लोगों तक मदद पहुंचाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही हैं, लेकिन हर दिन कई इंच मोटी बर्फ जम जाने से सड़क से बर्फ हटाने का काम दुष्कर हो रहा है.