अफगाानिस्तान पर तालिबान ने कब्जा कर लिया है. काबुल एयरपोर्ट के वीडियोज और तस्वीरें देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि वहां के हालात कैसे हैं. फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन के डीजी अजय सहायी ने एनडीटीवी से खास बातचीत में अफगानिस्तान में होने वाले आयात को लेकर चिंता व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि हमारे लिए चिंता का विषय, पता नहीं नई सरकार का ट्रेड को लेकर क्या रुख होगा. हम एक्सपोर्टर्स को कह रहे हैं कि वहां एक्सपोर्ट कर रहे हैं तो अपना पेमेंट करने के लिए क्रेडिट इंश्योरेंस ज़रूर ले लीजिए. Importers के लिए समस्या ज़्यादा रूट बंद है, ये वाया पाकिस्तान होता है, ये बंद है. इंपोर्ट ज्यादा प्रभावित हो रहा है. एक्सपोर्ट तो ज्यादा दुबई के रास्ते से होता है तो वह फिलहाल प्रभावित नहीं है.
उन्होंने आगे कहा कि इंपोर्ट से जुड़े लोग फिलहाल खासे परेशान हैं. पेमेंट किया हुआ है, लेकिन सामान नहीं मिल रहा.. अगर लंबे समय तक ऐसी स्थिति रही तो मुमकिन है ड्राई फ्रूट्स की कीमतें बढ़ जाएं. क्योंकि 80 प्रतिशत ड्राई फ्रूट्स यहीं से आयात होता है. बाकी चीजों में शायद कोई असर नहीं पड़े. पिछले साल अफगानिस्तान से बिजनेस 1.3 बिलियन डॉलर था. इसमें 825 मिलियन डॉलर एक्सपोर्ट और 510 मिलियन डॉलर हमारा इंपोर्ट है. हम फिलहाल एक हफ्ता इंतजार करेंगे, हालात नहीं सुधरे तो सरकार से बात करेंगे.
वहीं इंडो-अफगान चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष कंवर जीत बजाज ने कहा कि अभी आयात वाले सामान की कीमत 5-7% बढ़ी हैं, ऐसी ही स्थिति लंबी रही तो कीमतें ज़्यादा बढ़ेंगी. हम बादाम, गिरी बादाम, मुनक्का, किशमिश, अंजीर, जीरा, हींग आदि कई चीज़ें हम आयात करते हैं. भारत सरकार की कोशिश से ये व्यापार 10-15 सालों से काफी अच्छी तरह से चल रहा है. 10-15 दिनों की अनिश्चितता के दौरान 5 से 7% कीमत बढ़ी है. फिलहाल हम बहुत चिंतित हैं. असर दोनों तरफ पड़ेगा. पिछले कुछ दिनों से आयात बंद है. रास्ते के माल ही आ पाए हैं.