दिल्ली में कोविड-19 और ओमिक्रॉन (Delhi Covid Crisis) के मामले बढ़ रहे हैं. कोरोना के बढ़ते संकट को देखते हुए राजधानी दिल्ली के सभी प्राइवेट दफ्तरों को भौतिक रूप से बंद करने का निर्णय लिया गया है यानी अब दिल्ली के निजी दफ्तरों के कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम (WFH) में काम करेंगे. दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने मंगलवार को आदेश में कहा, "कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली में छूट प्राप्त श्रेणी में आने वाले कार्यालयों को छोड़कर सभी निजी दफ्तर बंद रहेंगे."
फिलहाल, दिल्ली में निजी दफ्तर 50 प्रतिशत क्षमता के साथ चल रहे थे बाकी आधे लोग घर से काम कर रहे हैं. कोरोना संकट के बीच दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने एनडीटीवी से कहा, "दिल्ली में कोविड-19 'एक या दो दिन में' अपने पीक पर पहुंच जाएगा, इसके बाद संक्रमण के मामलों में कमी देखने को मिलेगी.
क्या है Exempted Category जिसके तहत आने वाले निजी दफ्तर खुल सकेंगे
1. प्राइवेट बैंक
2. ज़रूरी सर्विस देने वाली कंपनियों के दफ्तर (इसकी अलग से सूची है)
3. इंश्योरेंस/मेडिक्लेम कंपनी
4. फार्मा कंपनियों के दफ्तर जिसमें प्रोडक्शन और डिस्ट्रीब्यूशन के प्रबंधन की जरूरत हो
5. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा नियमित संस्थाएं या इंटरमीडियरी
6. सभी नॉन बैंकिंग फाइनैंशल कॉरपोरेशन
7. सभी माइक्रोफाइनेंस संस्थान
8. अगर अदालतें/ ट्रिब्यूनल या कमीशन खुले है तो वकीलों के दफ्तर
9. कोरियर सर्विस
इससे पहले, सोमवार को दिल्ली में रेस्टोरेंट और बार बंद करने का फैसला किया गया था. हालांकि, टेकअवे सुविधा जारी रहेगी यानी खाना पैक कराके ले जा सकेंगे या ऑनलाइन ऑर्डर कर सकेंगे. बढ़ते कोरोना मामलों के बीच दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में कल ये निर्णय़ लिया गया.
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दिल्ली में सोमवार को 19,166 नए कोरोना मामले सामने आए, जो रविवार की तुलना में कुछ कम है. हालांकि, पॉजिटिविटी रेट 25 प्रतिशत है. दिल्ली में टेस्ट करवाने वाला हर चौथा व्यक्ति कोरोना संक्रमित है. 5 मई के बाद यह सबसे ज्यादा पॉजिटिविटी रेट है. पिछले 24 घंटों में 17 मरीजों की मौत हुई, रविवार को भी दिल्ली में कोरोना संक्रमण के कारण 17 मरीजों की मौत हुई थी.