अलीपुर आग: स्थानीय निवासियों ने कहा- अग्नि सुरक्षा को लेकर की थीं कई शिकायतें

देवेंद्र सैनी ने आरोप लगाया, 'पेंट के काम में ज्यादातर ज्वलनशील पदार्थों का इस्तेमाल होता है और वह फैक्ट्री हमारे बहुत करीब स्थित थी. हमने चिंता जताई लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया.'

Advertisement
Read Time: 2 mins
नई दिल्ली:

दिल्ली में अलीपुर के दयालपुर बाजार क्षेत्र में विस्फोट और आग की घटना के पीड़ितों के रिश्तेदारों व कुछ निवासियों ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि अग्नि सुरक्षा के बारे में कई शिकायतें की गईं, लेकिन ''किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया.'' मादक पदार्थ पुनर्वास सेंटर में नर्स के तौर पर काम करने वाले देवेंद्र सैनी ने कहा कि आग की चपेट में आई पेंट फैक्ट्री में काम के दौरान ज्यादातर ज्वलनशील पदार्थों का उपयोग होता है और उन्होंने कई शिकायतें दर्ज कराई थीं.

उन्होंने कहा, ' पुलिस के घटनास्थल पहुंचने से पहले तक नुकसान हो चुका था. हमने अपनी चिंताओं के बारे में पहले भी कई शिकायतें कीं लेकिन कुछ नहीं हुआ. यह एक ऐसी जगह है जहां पेट्रोल की तुलना में ज्वलनशील पदार्थों में आग जल्दी पकड़ती है. सरकार हमेशा दोषारोपण में लगी रहती है, हम उससे मदद की उम्मीद कैसे कर सकते हैं?'

Advertisement

सैनी ने आरोप लगाया, 'पेंट के काम में ज्यादातर ज्वलनशील पदार्थों का इस्तेमाल होता है और वह फैक्ट्री हमारे बहुत करीब स्थित थी. हमने चिंता जताई लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया.'

उन्होंने आगे कहा कि जब धमाका हुआ तो तुरंत पूरा इलाका आग की चपेट में आ गया. सैनी ने कहा, ''हम इस बारे में कुछ नहीं कर सके.'' पेंट फैक्ट्री में विस्फोट और उसके बाद लगी आग में मरने वालों की संख्या और शव बरामद होने के बाद बढ़कर 11 हो गई है. पुलिस ने कहा कि बृहस्पतिवार शाम को लगी आग में घायल हुए चार लोग अस्पताल में हैं.

एक पीड़ित के परिवार की सदस्य मालती ने कहा कि शव इतने झुलसे हुए थे कि उन्हें पहचाना नहीं जा सका. उन्होंने कहा, 'जब फैक्ट्री में आग लगी तो मेरे पति का भाई वहां मौजूद था. हम शवों को पहचान भी नहीं सके. वे इतने झुलस गए थे कि उन्हें पहचाना नहीं जा सका.'

एक दमकल अधिकारी ने कहा कि बृहस्पतिवार शाम करीब साढ़े पांच बजे आग लगने की सूचना मिली, जिसके बाद दमकल की 22 गाड़ियों को काम पर लगाया गया. उन्होंने बताया कि रात नौ बजे तक आग पर काबू पा लिया गया.

Advertisement
Featured Video Of The Day
New Indian Laws: कई राज्य उठा रहे हैं नये क़ानूनों पर सवाल
Topics mentioned in this article