- अल-फलाह यूनिवर्सिटी को NAAC से मान्यता प्राप्त नहीं है और मान्यता के लिए कभी आवेदन नहीं किया गया था
- यूनिवर्सिटी के संस्थापक जावेद अहमद सिद्दीकी पर फर्जी दस्तावेज और धोखाधड़ी के आरोपों में एफआईआर दर्ज है
- सिद्दीकी के नेतृत्व में नौ कंपनियां अल फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट से जुड़ी हैं और दिल्ली के जामिया नगर में स्थित हैं
फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी सवालों के घेरे में है. ऐसे विश्वविद्यालयों पर नजर रखने वाली NAAC का कहना है कि अल फलाह यूनिवर्सिटी को न तो मान्यता मिली है और न ही उसने मान्यता समाप्ति के बाद इसके लिए कभी आवेदन किया था. फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी ने कश्मीर से बर्खास्त दो डॉक्टरों को कैसे बिना जांच के नौकरी पर रखा, यह भी सवाल उठता है. उसने 2023 में आतंकी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने के बाद डॉ. नासिर को नौकरी पर रखा. दिल्ली ब्लास्ट करने वाले डॉ. उमर को अनंतनाग के हास्पिटल से बर्खास्त किए जाने के बावजूद अल फलाह में नौकरी मिल गई.
कौन है संस्थापक (WHO IS AL FALAH FOUNDER)
अल फलाह यूनिवर्सिटी के संस्थापक और ट्रस्टी भी शक के दायरे में हैं. अल फलाह के मैनेजिंग ट्रस्टी और संस्थापक जावेद अहमद सिद्दीकी हैं. अपने कारपोरेट नेटवर्क और पुराने आपराधिक मामलों को लेकर शक की सुइयां उनकी ओर भी घूम रही हैं.
आतंकी गतिविधियों के लिए प्रोफेसर कश्मीर में हुआ बर्खास्त, अल फलाह यूनिवर्सिटी में मिली नौकरी
नौ कंपनियों से कनेक्शन
सिद्दीकी के रिश्ते नौ कंपनियों के साथ पाए गए हैं. ये सभी कंपनियां अल फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट से जुड़ी हैं, जो यूनिवर्सिटी का संचालन करती है. शिक्षा, आईटी, ऊर्जा और इनवेस्टमेंट क्षेत्र से जु़ड़ी कंपनियो में वो डायरेक्टर हैं. ये सारी कंपनियां दिल्ली के जामिया नगर ओखला में अल फलाह हाउस पर रजिस्टर्ड हैं. यही अल फलाह (Al-Falah Charitable Trust) का ऑफिस है. रिकॉर्ड के अनुसार, ये कंपनियां 2019 तक एक्टिव थीं.
वित्तीय घोटाले में एफआईआर
जावेद अहमद सिद्दीकी और उनके सहयोगी जावेद अहमद के खिलाफ न्यू फ्रेंड्स कालोनी पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई थी. इसमें धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज और आपराधिक साजिश जैसी धाराओं में केस दर्ज किया गया है. इसमें सिद्दीकी और अन्य पर फर्जी निवेश योजनाएं चलाने और लोगों को उनकी कंपनियो में पैसा लगाने के लिए लुभाने का आरोप है.
जामिया नगर में पहुंची थी पुलिस
हरियाणा पुलिस अल फलाह यूनिवर्सिटी के ओखला जामिया नगर के हेड क्वार्टर में गुरुवार को पहुंची. फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल मामले की जांच में पुलिस यहां आई थी.. डॉक्टर शाहीन सईद, डॉक्टर मुजम्मिल और डॉक्टर उमर का कनेक्शन इसी यूनिवर्सिटी से है. पुलिस ने दस्तावेज खंगाले.













