समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) को आज मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने अपने पिता की ओर से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) द्वारा प्रदान सम्मान को ग्रहण किया. समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और कई केंद्रीय मंत्री और अन्य अतिथि उपस्थित थे.
मुलायम सिंह यादव, जाकिर हुसैन, केएम बिड़ला और सुधा मूर्ति इस साल पद्म पुरस्कार प्राप्त करने वाले 106 लोगों में शामिल हैं. सरकार की ओर से 74वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर इन नामों की घोषणा की गई थी.
दिवंगत मुलायम सिंह यादव को सार्वजनिक क्षेत्र में योगदान के लिए भारत रत्न के बाद देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया.
हालांकि समाजवादी पार्टी के कई नेताओं का मानना है कि पद्म विभूषण पुरस्कार दिवंगत नेता के साथ "न्याय नहीं करता है" और वह "भारत रत्न के हकदार" हैं.
समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा , "नेताजी को 'भारत रत्न' मिलना चाहिए. 'पद्म विभूषण' उनके कद और व्यक्तित्व के अनुरूप नहीं है. सरकार के पास अभी भी उन्हें भारत रत्न से सम्मानित करने का मौका है." स्वामी प्रसाद मौर्य पूर्व में बीजेपी में थे.
मुलायम सिंह यादव की बहू और मैनपुरी से सांसद डिंपल यादव ने कहा, 'सरकार से हमारी मांग रहेगी कि नेताजी को भारत रत्न दिया जाए.'
लंबे समय से सांसद रहे समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता मुलायम सिंह यादव का लंबी बीमारी के बाद पिछले साल 10 अक्टूबर को निधन हो गया था. उत्तर प्रदेश में इटावा के पास सैफई में 22 नवंबर 1939 को एक किसान परिवार में यादव का जन्म हुआ था. उत्तर प्रदेश के तीन बार मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह यादव ने 1996-98 के बीच केंद्रीय रक्षा मंत्री के रूप में भी कार्य किया.
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