- अखिलेश यादव ने लोकसभा में पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए
- उन्होंने कहा कि पहलगाम हमले के समय सुरक्षा में चूक हुई और जिम्मेदारी तय होनी चाहिए
- अखिलेश यादव ने कहा कि जितना खतरा आतंकवाद से है उससे भी अधिक खतरा चीन से है
समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने लोकसभा में पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर बात रखी. अखिलेश यादव ने कहा, ऐसा लग रहा था कि पीओके हमारा हो जाएगा, लेकिन हम कैसे पीछे हट गए. सवाल है कि सरकार पीछे कैसे हट गई. हमें लग रहा था कि सरकार सीजफायर करेगी, लेकिन इनके मित्र बहुत हैं. मित्र से कहा कि सीजफायर का ऐलान कर दीजिए. हम पाकिस्तान को पाठ पढ़ा सकते थे, किस दबाव में सरकार ने संघर्ष विराम स्वीकार किया?
अखिलेश यादव ने कहा कि पहलगाम हमले के वक्त हर कोई पूछ रहा था कि आखिर उस वक्त उन्हें वहां बचाने वाला कोई क्यों नहीं था. सरकार दावा करती है कि वहां कोई आतंकी घटना नहीं होगी. जितने लोग भी वहां गए थे, वो सरकार के भरोसे पर गए थे, लेकिन सुरक्षा चूक की जिम्मेदारी कौन लेगा. कौन जिम्मेदारी और जवाबदेही लेगा. पहलगाम की घटना हमारी खुफिया सूचना की फेल होने की वजह से है. ये सरकार जानती होगी कि वहां कितना समय वहां फौज को पहुंचने में लगा.
अखिलेश यादव ने कहा कि हमें अपनी फौज पर गर्व है. जब सेना ने अपना ऑपरेशन शुरू किया, तो पाकिस्तान के जितने भी आतंकी ठिकाने थे, उस पर अटैक किया गया. पाकिस्तानी एयरबेस तक को नष्ट ध्वस्त किया गया. हमारी फौज पाकिस्तान को हमेशा के लिए पाठ पढ़ा सकती थी. क्या कारण था की सरकार को सीजफायर का ऐलान करना पड़ा. हमें उम्मीद थी कि सरकार सीजफायर करेगी.लेकिन इनकी मित्रता बहुत है. बहुत गहरी मित्रता है. उन्होंने अपने मित्र से कहा कि आप ही सीजफायर कर दीजिए. हमारी कोई जरूरत नहीं है. हम आपका ऐलान स्वीकार कर लेंगे. आखिर सरकार किस दबाव में काम कर रही है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा वाले दिन ही कश्मीर में ऑपरेशन महादेव संचालित होने पर सवाल उठाते हुए कहा कि मुठभेड़ कल ही क्यों हुई?
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