समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने चुनावी बॉण्ड के मुद्दे पर रविवार को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा) पर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने चंदा नहीं लिया है बल्कि वसूली की है. यादव ने कहा कि इन आरोपों से ध्यान भटकाने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और विपक्ष के अन्य नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
सपा अध्यक्ष ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘अब लोग भी जानते हैं कि कैसे भाजपा ने चंदा नहीं बल्कि जबरन वसूली करने का दबाव बनाने के लिए सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो), ईडी (प्रवर्तन निदेशालय), आयकर और अन्य एजेंसियों का इस्तेमाल किया.' यादव ने आरोप लगाया, ‘‘कई मामलों में यह देखने में आया है कि जब ईडी, सीबीआई, आयकर (विभाग) ने दबाव डाला, तो पैसा भाजपा के खाते में चला गया. जो लोग सत्ता में हैं, वे चंदा नहीं ले रहे हैं, बल्कि जबरन वसूली कर रहे हैं.''
वहीं, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सहयोगी चिराग पासवान ने रविवार को कहा कि उनकी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) होली के तुरंत बाद लोकसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा करेगी. चिराग पासवान की पार्टी को बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से पांच सीटें मिली हैं. चिराग ने कहा कि वह अपने चाचा पशुपति कुमार पारस से मिलने वाली ‘‘किसी भी चुनौती के लिए तैयार'' हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हम होली के तुरंत बाद कुछ दिनों में अपने सभी उम्मीदवारों की घोषणा करेंगे.'' हालांकि, चिराग पासवान इस सवाल का सीधा जवाब देने से बचते रहे कि क्या उनकी पार्टी वैशाली और खगड़िया के मौजूदा सांसद क्रमशः वीणा देवी और महबूब अली कैसर को दोबारा मैदान में उतारेगी.