मंगलवार को लोकसभा में SIR पर चर्चा क्या हुई, लगता है कांग्रेस और सपा के दिल फिर से मिलने लगे. पहले अखिलेश ने चर्चा के दौरान कांग्रेस की तारीफ की, बाद में राहुल गांधी ने सोनिया गांधी के बर्थडे पर केक खिलाकर दोस्ती को मजबूत किया. दोनों नेता इस बात का भरोसा दिलाने की कोशिश कर रहे थे कि दोनों पार्टियों के बीच सबकुछ अच्छा है.
सदन में SIR पर चर्चा के बाद राहुल गांधी संसद से निकल रहे थे. उनके साथ कई विपक्षी सांसद का भी बाहर निकलने का सिलसिला शुरू हो गया. अखिलेश बाहर निकले तो मीडिया ने घेर लिया. उनके ठीक पीछे राहुल गांधी भी थे. राहुल गांधी अखिलेश से कुछ कहना चाह रहे थे. लेकिन सपा सुप्रीमो उस वक्त मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे.
हाथ पकड़कर अखिलेश को कहां ले गए राहुल गांधी
जब अखिलेश फ्री हुए तो राहुल गांधी ने उनका हाथ पकड़ा और अपने साथ पुरानी संसद की बिल्डिंग के कांग्रेस दफ्तर में दाखिल हो गए. वहां पहले से ही एक केक रखा हुआ. दरसअल, मंगलवार को सोनिया गांधी का जन्मदिन था लेकिन दफ्तर से नदारद थीं. ऐसे में सोनिया गांधी के आने सभी इंतजार होने लगा. लिहाजा सोनिया गांधी आईं और उन्होंने कांग्रेसी सांसदों और नेताओं के साथ केक काटा. सभी ने तालियां बजाईं, देखने वाली बात ये थी कि सोनिया के बगल में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे बैठे थे, उनके साथ बगल की कुर्सी पर थे अखिलेश यादव. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी खड़े थे. खरगे ने खुद अपने हाथों से पहले प्रियंका, फिर राहुल और अखिलेश यादव को केक खिलाया. हालांकि अखिलेश सम्मान में उन्हें मना करते रहे.
सब कुछ चंगा सी...
केक कटिंग सेरेमनी होने के बाद अखिलेश बाहर आए, मीडिया ने पूछा सर कौन सा केक था. सवाल पर उन्होंने डिंपल से पूछा कि कौन सा केक था. इसके बाद अखिलेश ने कहा- केक बहुत अच्छा था. गठबंधन हमेशा रहेगा. इससे पहले SIR पर चर्चा के दौरान अखिलेश ने कांग्रेस के सुझावों का समर्थन करते हुए कहा था कि थोड़े दिनों पर कांग्रेस में सुधार आया है, इसके लिए मैं उन्हें धन्यवाद और बधाई देता हूं. आज की इन घटनाओं से ये ही समझ आता है कि दोनों दलों के बीच गठबंधन अभी कायम है.














