आकाश मिसाइल का चांदीपुर में इंटीग्रेटिड टेस्ट रेंज (आईटीआर) के परिसर-3 से परीक्षण किया गया
बालेश्वर (ओडिशा):
भारत ने सतह से हवा में प्रहार करने वाली सुपरसोनिक मिसाइल आकाश का मंगलवार को ओडिशा की एक परीक्षण रेंज से सफल परीक्षण किया, जिसमें स्वदेश निर्मित रेडियो फ्रिक्वेंसी सीकर है. 'आकाश' में करीब 25 किलोमीटर की दूरी तक निशाना साधने की क्षमता है और यह 55 किलोग्राम के आयुध ले जा सकती है. बालेश्वर के पास चांदीपुर में इंटीग्रेटिड टेस्ट रेंज (आईटीआर) के परिसर-3 से दोपहर बाद अत्याधुनिक स्वदेश निर्मित मिसाइल का परीक्षण किया गया और मानवरहित वायुयान ‘बंशी’ पर निशाना साधा गया.
यह भी पढ़ें : स्वदेशी मिसाइल 'आकाश' वायुसेना के बेड़े में शामिल
एक आधिकारिक बयान में कहा गया, 'तटीय क्षेत्र में रडारों, टेलीमेट्री और इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल प्रणालियों ने मिसाइल के सभी मानकों पर नजर रखी.' यह सुपरसोनिक मिसाइल सतह से हवा में प्रहार करने वाली पहली मिसाइल है जिसमें स्वदेशी रेडियो फ्रिक्वेंसी सीकर है. इसे कम दूरी की सतह से हवा में प्रहार करने वाली मिसाइल के रूप में सेना में शामिल किया जा रहा है.
VIDEO : भारतीय सेना का हुआ 'आकाश'
रक्षा सूत्रों ने कहा कि सफल परीक्षण प्रक्षेपण के साथ भारत ने किसी भी तरह की सतह से हवा में प्रहार करने वाली मिसाइल बनाने की क्षमता हासिल कर ली है. (इनपुट भाषा से)
यह भी पढ़ें : स्वदेशी मिसाइल 'आकाश' वायुसेना के बेड़े में शामिल
एक आधिकारिक बयान में कहा गया, 'तटीय क्षेत्र में रडारों, टेलीमेट्री और इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल प्रणालियों ने मिसाइल के सभी मानकों पर नजर रखी.' यह सुपरसोनिक मिसाइल सतह से हवा में प्रहार करने वाली पहली मिसाइल है जिसमें स्वदेशी रेडियो फ्रिक्वेंसी सीकर है. इसे कम दूरी की सतह से हवा में प्रहार करने वाली मिसाइल के रूप में सेना में शामिल किया जा रहा है.
VIDEO : भारतीय सेना का हुआ 'आकाश'
Featured Video Of The Day
Jammu Kashmir के Poonch में Pakistani Attack का CCTV आया सामने | India Pakistan Tensions