प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के करीबी माने जाने वाले पूर्व IAS अफसर एके शर्मा (AK Sharma) को बीजेपी उत्तर प्रदेश का उपाध्यक्ष बनाया गया है, जहां अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. हफ्तों से अटकलें लगाई जा रही थीं कि एमएलसी और भारतीय प्रशासनिक सेवाके पूर्व अधिकारी शर्मा को यूपी में मंत्री बनाया जाएगा. उन्हें इस साल की शुरुआत में COVID-19 के खिलाफ लड़ाई की निगरानी के लिए पीएम मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी भेजा गया था.
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भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने शनिवार को पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों की घोषणा करते हुए एक प्रदेश उपाध्यक्ष व दो प्रदेश मंत्री घोषित किए हैं. प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने ए.के. शर्मा सदस्य विधान परिषद (मऊ) को प्रदेश उपाध्यक्ष और अर्चना मिश्रा (लखनऊ) व अमित बाल्मीकि (बुलन्दशहर) को प्रदेश मंत्री नियुक्त किया है. बता दें कि बीजेपी ने यूपी के नेतृत्व में किसी भी तरह के बदलाव से इनकार किया है. इस महीने की शुरुआत में सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया कि भाजपा उत्तर प्रदेश का चुनाव मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में और स्वतंत्र देव सिंह के राज्य अध्यक्ष के रूप में लड़ेगी.
बीजेपी यूपी का उपाध्यक्ष बनाये जाने के बाद पूर्व आईएएस अफसर ए के शर्मा ने ट्वीट कर कहा कि उत्तर प्रदेश भाजपा का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय एवं राज्य नेतृत्व का कोटि कोटि धन्यवाद. वरिष्ठों के मार्गदर्शन में कार्यकर्ता मित्रों के सहयोग से समाज, प्रदेश एवं देश की सेवा करता रहूँगा.
गौरतलब है कि अरविंद कुमार शर्मा वर्ष 2001 से 2020 के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी सहयोगी अधिकारी के तौर पर काम कर चुके हैं. वह गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यालय और उसके बाद प्रधानमंत्री कार्यालय में भी कार्यरत रहे हैं. उन्होंने समय से दो साल पहले ही स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली है.
माना जा रहा है कि 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के दृष्टिगत शर्मा को संगठन में उपाध्यक्ष का पद सौंपा गया है. ऐसी अटकलें तेज थीं कि शर्मा को प्रदेश मंत्रिमंडल के विस्तार में मंत्री बनाया जा सकता है लेकिन भाजपा में ''एक व्यक्ति-एक पद'' के सिद्धांत के चलते इन अटकलों पर भी विराम लग गया है. सिंह ने शनिवार को पार्टी के विभिन्न मोर्चों के प्रदेश अध्यक्षों की भी घोषणा की है. प्रदेश अध्यक्ष ने प्रांशुदत्त द्विवेदी (फर्रूखाबाद) को भाजपा युवा मोर्चा, गीताशाक्य राज्यसभा सदस्य (औरैया) को महिला मोर्चा, कामेश्वर सिंह (गोरखपुर) को किसान मोर्चा, नरेन्द्र कश्यप पूर्व सांसद (गाजियाबाद) को पिछड़ा वर्ग मोर्चा, कौशल किशोर सांसद को अनुसूचित जाति मोर्चा, संजय गोण्ड (गोरखपुर) को अनुसूचित जनजाति मोर्चा व कुंवर बासित अली (मेरठ) को अल्पसंख्यक मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया है.
बता दें कि उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. चुनावों को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. साथ ही राज्य में संगठन को मजबूत करने की कवायद चल रही है. इस सिलसिले में राष्ट्रीय राजधानी में दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई. सूत्रों ने यह जानकारी दी. बीजेपी से जुड़े सूत्र के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में बीजेपी संगठन को मज़बूत करने पर दिल्ली में चर्चा हुई. यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बी एल संतोष बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिले.
बीजेपी सूत्र ने कहा कि इस बैठक में उत्तर प्रदेश बीजेपी में युवा मोर्चा और महिला मोर्चा के पद भरने पर सहमति हुई. साथ ही आयोग में खाली पड़े पद तथा अन्य पद भी भरे जाएंगे. पिछड़ा वर्ग आयोग और एससी/एसटी आयोग में नियुक्तियां हो चुकी हैं. जिला पंचायत चुनाव समाप्त होने के बाद संगठन का विस्तार होगा.
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पार्टी सूत्र के मुताबिक, योगी मंत्रिमंडल का अभी विस्तार नहीं होगा. पीएम के विश्वस्त एके शर्मा को सरकार या संगठन में पद देने का अभी प्रस्ताव नहीं है. केंद्र में मोदी मंत्रिमंडल विस्तार में यूपी से किसी दलित सांसद को मंत्री बनाने पर सहमति बनी है. यूपी में जाट नेता को महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी देने पर भी चर्चा हुई है.
(भाषा से इनपुट)
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