नए साल के पहले दिन 'जहरीली' हुई NCR की हवा, ज्यादातर शहर डार्क रेड ज़ोन के अंदर

नोएडा के प्रदूषण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी प्रवीण कुमार ने बताया कि वायु प्रदूषण को रोकने के लिए जनपद में अक्टूबर माह से ग्रेप लागू है.

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एनसीआर में बढ़ा वायु प्रदूरषण (प्रतीकात्मक तस्वीर)
नोएडा:

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR-एनसीआर) के शहरों में नए साल (New Year) के पहले दिन, शुक्रवार को वायु गुणवत्ता (Air Quality) बहुत खराब हो गई. गाजियाबाद (Ghaziabad) सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर रहा, वहीं एनसीआर के ज्यादातर शहर डार्क रेड ज़ोन (Dark Red Zone) में आ गए हैं, जो काफी खराब स्थिति है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने वायु प्रदूषण पर काबू पाने के लिए त्वरित उपाय करने को कहा है. 

प्रदूषण सूचकांक ऐप समीर के अनुसार शुक्रवार को गाजियाबाद में वायु गुणवत्ता (एक्यूआई) 464, ग्रेटर नोएडा में एक्यूआई 428, दिल्ली में एक्यूआई 426 दर्ज की गई. नोएडा में एक्यूआई 441, बुलंदशहर में 427, बागपत में 350, फरीदाबाद में 408, गुरुग्राम में 357, आगरा में 374, बल्लभगढ़ में 360, भिवानी में 395, मेरठ में 376 और हापुड़ में एक्यूआई 154 दर्ज की गई. 

नोएडा के प्रदूषण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी प्रवीण कुमार ने बताया कि वायु प्रदूषण को रोकने के लिए जनपद में अक्टूबर माह से ग्रेप लागू है. उन्होंने बताया कि प्रदूषण विभाग वायु प्रदूषण को रोकने के लिए कई योजनाएं चला रहा है. 

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वहीं, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने बृहस्पतिवार को दिल्ली और एनसीआर के प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों को वायु प्रदूषण पर काबू के लिए तत्काल और प्रभावी कदम उठाने को कहा. उसने कहा कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग से मिले पूर्वानुमान के मुताबिक, दिल्ली में हवा की गति कम होने का अनुमान है जिससे प्रदूषकों का बिखराव ठीक तरीके से नहीं हो सकेगा और इस वजह से आने वाले दिनों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) के बहुत खराब श्रेणी में जाने की आशंका है. 

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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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