Delhi Pollution: दीवाली के मौके पर देश भर में खूब आतिशबाजियां हुईं. इस दौरान पटाखे जलाने से हर जगह धुआं-धुआं हो गया. दीवाली से पहले देश की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का बढ़ता स्तर चिंता का विषय बना हुआ था. लेकिन दिवाली के बाद प्रदूषण के मामले में बिहार ने दिवाली को पीछे छोड़ दिया है. अगर देश के टॉप-10 प्रदूषित शहरों की बात करें तो इसमें बिहार के 5 शहर शामिल हैं.
बिहार के बेगूसराय में AQI लेवल 397 पर जा पहुंचा है. इसके साथ ही यह टॉप-10 प्रदूषित शहरों की लिस्ट में सबसे ऊपर है.
ये है देश के टॉप-10 प्रदूषित शहरों की लिस्ट
इस लिस्ट में शामिल बेगूसराय के अलावा चित्तूर,(आंध्रप्रदेश) में AQI लेवल 395,भूवनेश्वर में 375, तालचेर (ओडिशा) में 366, बालासोर (ओडिशा) में 355, राजगीर (बिहार) में 344, कटक (ओडिशा) में 343 ,पटना (बिहार) में 341, पूर्णिया (बिहार) में 341 और भागलपुर (बिहार) में 340 है.
दीवाली के बाद दिल्ली में धुंध की एक मोटी परत छाई
वहीं, कल दीवाली (Diwali 2023) की रात लोगों द्वारा पटाखे जलाने के बाद राष्ट्रीय राजधानी में धुंध की एक मोटी परत छा गई. जिससे पहले से ही बिगड़ती वायु गुणवत्ता (Air Quality) से जूझ रही दिल्ली में भारी प्रदूषण फैल गया. दिल्ली के विभिन्न हिस्सों से आए दृश्यों में सड़कों पर घनी धुंध छाई हुई दिखाई दे रही है. जिसकी वजह से विजिबिलिटी कम हो रही है और कुछ सौ मीटर से आगे देखना मुश्किल हो गया है.
राजधानी में एक बार फिर प्रदूषण के स्तर में वृद्धि की आशंका
ध्यान देने वाली बात यह है कि राष्ट्रीय राजधानी पिछले कुछ हफ्तों से प्रदूषण (Delhi Pollution) से जूझ रही है. कई स्थानों पर AQI 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गया था और कई दिनों तक हवा जहरीली बनी रही. लेकिन दीवाली के बाद अब इस बात की भारी आशंका है कि राष्ट्रीय राजधानी में एक बार फिर प्रदूषण के स्तर में वृद्धि देखी जाएगी, जिससे शहर के अंदर लोगों के लिए सांस ले पाना मुश्किल हो जाएगा.
दिल्ली में पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध के बावजूद जमकर हुई आतिशबाजी
हाल ही में, दिल्ली में अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के नेतृत्व वाली AAP सरकार ने पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध (Ban on Firecrackers) लगा दिया. लेकिन इसके बावजूद खूब आतिशबाजी हुई. केजरीवाल सरकार (Kejriwal Government) ने प्रदूषण की स्थिति के मद्देनजर शहर में खराब हवा से निपटने के लिए 'कृत्रिम बारिश' (Artificial Rain) कराने पर भी विचार किया, लेकिन तब तक अचानक बारिश से बड़ी राहत मिली, जिससे प्रदूषण का स्तर कम हो गया.