एयर इंडिया ने भारतीय ओलंपियन और शूटर मनु भाकर के आरोपों का खंडन करते हुए एक वीडियो जारी किया. भाकर ने आरोप लगाया था कि दिल्ली से भोपाल जाने की फ्लाइट लेने के प्रयास के दौरान दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर एयर इंडिया के अधिकारियों पर बदसलूकी की थी. सीसीटीवी फुटेज आऱोपों से अलग कहानी कह रहे हैं.
मनु भाकर ने आरोप लगाया था कि उन्हें शुक्रवार को एयर इंडिया की फ्लाइट में बैठने नहीं दिया गया, जब तक उन्होंने प्रशिक्षण के साथ ले जाए जा रहे हथियारों के लिए 10 हजार रुपये जमा नहीं किए. भाकर ने कहा कि जब उन्होंने एयर इंडिया के अधिकारी की तस्वीर लेने की कोशिश की तो उसने उनका फोन छीन लिया और उनके साथ अपराधी जैसा बर्ताव किया. एयर इंडिया ने कहा कि शूटर से सिर्फ वैध दस्तावेज मांगे गए थे, जो उनके आरोपों से उलट हैं.
वैध दस्तावेज नहीं दिए
दस्तावेजों की जांच करने के बाद सुरक्षा अधिकारियों ने उन्हें बताया था कि उनके मौजूद डॉक्यूमेंट हथियारों की देखभाल के लिए तय हैंडलिंग चार्ज से छूट पाने के लिए पर्याप्त नहीं हैं. लिहाजा उन्हें ऐसे हथियारों के लिए तय शुल्क देना होगा. मनु भाकर को यह भी बताया गया था कि क्यों उनके दस्तावेजों को वैध नहीं माना जा सकता.
न घूस मांगी गई न दुर्व्यवहार किया गया
एय़रलाइन का यह भी कहना है कि जिस एयर इंडिया कर्मी मनोज गुप्ता पर भाकर परेशान करने का आरोप लगा रही हैं, उससे तो उनकी सीधी बात भी नहीं हुई.सीसीटीवी फुटेज भी इसकी पुष्टि करते हैं, लिहाजा दुर्व्यवहार के आरोपों का सवाल ही नहीं उठता. CCTV फुटेज से यह साबित नहीं होता कि उनसे घूस मांगी गई और उनका फोन छीनने का प्रयास किया गया.19 साल की शूटर मनु भाकर अपनी मां के साथ यात्रा कर रही थीं.
एयर इंडिया के अधिकारी की फोटो शेयर की थी
उन्होंने एयर इंडिया अफसर की फोटो साझा करते हुए ट्वीट किया, मनोज गुप्ता (एयर इंडिया अधिकारी) उनके साथ अपराधियों जैसा बर्ताव कर रहे हैं. ऐसे लोगों को बुनियादी ट्रेनिंग दिए जाने की जरूरत है. उम्मीद है कि उड्डयन मंत्रालय ध्यान देगा. केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने ट्वीट कर जवाब में कहा था कि आप देश का गौरव हैं.