फर्ज कीजिए कोई फ्लाइट अमेरिका से भारत के लिए उड़ान भरे, लेकिन उसे बीच रास्ते से वापस लौटना पड़ जाए तो उसमें सफर कर रहे लोगों पर क्या ही गुजरेगी. 5 तारीख को अमेरिका के शिकागो उड़ान भरने वाली फ्लाइट में ऐसा ही हुआ. अब आपको लग रहा होगा कि फ्लाइट अगर बीच रास्ते से वापस लौट आई तो जरूर कुछ बड़ा ही हुआ होगा. जैसे बम की धमकी मिलना या फिर कोई तकनीकी खामी. लेकिन ठहरिए, ऐसा कुछ नहीं हुआ. जिस वजह से फ्लाइट को बीच रास्ते से वापस लौटना पड़ा, उसके बारे में जानकर आपका चौंकना तय है.
क्यों फ्लाइट को बीच रास्ते से वापस जाना पड़ा
शिकागो से दिल्ली जाने वाली एयर इंडिया उड़ान AI 126 फ्लाइट को आसमान में रहने के बाद वापस आना पड़ा था. हालांकि, उस दिन एयरलाइन ने इस बारे में बताते हुए ये जानकारी दी कि तकनीकी खामी की वजह से प्लेन को वापस लौटना पड़ा. लेकिन इस मामले का असल सच अब सामने आया है. दिल्ली के लिए उड़ान भरने वाले विमान के टॉइलेट के जाम होने की वजह से प्लेन को शिकागो वापस लौटना पड़ा. कुछ दिनों बाद एयरलाइन ने कहा कि उसकी जांच से पता चला है कि पानी के जरिये पॉलिथीन बैग और कपड़े के टुकड़े बहाए गए जो पाइपलाइन में फंस गए थे.
10 घंटे से ज्यादा का सफर कर चुके थे पैसेंजर्स
इस दौरान शिकागो से दिल्ली जाने वाली उड़ान लगभग 10 घंटे से अधिक समय तक हवा में रही, जिसके बाद उसे वापस अमेरिकी शहर में आना पड़ा था. उड़ान की वापसी पर एक बयान में एयर इंडिया ने सोमवार को कहा कि उड़ान के करीब एक घंटे और पैंतालीस मिनट बाद क्रू मेंबर ने बताया कि बिजनेस और इकोनॉमी क्लास के कुछ टॉइलेट जाम हो गए हैं. जिस वजह से उन्हें बीच रास्ते से वापस लौटना पड़ा.
इसके बाद प्लेन के 12 में से आठ टॉइलेट यूजलेस हो गए, जिससे प्लेन में सवार सभी लोगों को परेशानी हुई. एयर इंडिया ने कहा कि प्लेन को जब वापस लेने का फैसला लिया गया तब वह अटलांटिक महासागर के ऊपर से उड़ान भर रहा था, जिससे यूरोप के कुछ ऐसे शहर पीछे छूट गए थे जहां प्लेन को मोड़ा जा सकता था. इसलिए प्लेन को वापस शिकागो के ओ'हारे एयरपोर्ट पर लाने का फैसला किया गया. प्लेन को वापस लेने का फैसला पूरी तरह से यात्रियों की सुविधा के लिए लिया गया था.
पहले भी जाम हो चुके हैं फ्लाइट के टॉइलेट
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि जब किसी फ्लाइट का टॉइलेट बीच सफर में जाम हुआ हो. इससे पहले भी एयरलाइन ने कहा कि हमारी टीमों ने पहले भी अन्य उड़ानों के टॉइलेट में कंबल, इनरवियर और डायपर जैसी चीजों के अलावा अन्य चीजें पाई. एयर इंडिया को लंबे समय से इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है, खासकर इसके पुराने बोइंग 777 के साथ, जिनका उपयोग अमेरिका की लंबी दूरी की उड़ानों के लिए किया जाता है.