राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख जयंत पाटिल ने शनिवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में कई सपा उम्मीदवारों की हार के लिए ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) जिम्मेदार थी, जिसने बीजेपी के लिए चुनाव जीतने का मार्ग प्रशस्त किया और असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली पार्टी को अपने कदमों से वास्तविक इरादों को साबित करना चाहिए. पाटिल ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी के सहयोगी एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने एआईएमआईएम के औरंगाबाद से लोकसभा सदस्य इम्तियाज जलील से मुलाकात की और उनके एक करीबी रिश्तेदार के निधन पर शोक व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि ऐसी बैठकों में राजनीति पर चर्चा नहीं की जा सकती है.
पाटिल ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) के कई उम्मीदवारों की हार के लिए एआईएमआईएम जिम्मेदार थी. एआईएमआईएम को यह साबित करना चाहिए कि उसे समान विचारधारा वाली पार्टी माना जा सकता है और उसे अपनी भड़काऊ भाषा छोड़ देनी चाहिए.'' वह जलील के उस बयान का जवाब दे रहे थे कि एआईएमआईएम शिवसेना नीत महा विकास आघाड़ी (एमवीए) के साथ गठबंधन के लिए तैयार है, जिससे वह तीन पहियों वाले ऑटोरिक्शा से एक 'आरामदायक कार' बन जाएगी.
केंद्रीय मंत्री एवं बीजेपी सांसद रावसाहेब दानवे के इस दावे पर कि सत्तारूढ़ एमवीए के 25 विधायक चुनाव नजदीक आने पर पाला बदलने के लिए तैयार हैं, पाटिल ने कहा कि बीजेपी विधायक भी खुश हैं, क्योंकि राज्य सरकार विकास कार्यों के लिए धन मुहैया करा रही है, जबकि विधायक निधि में एक करोड़ रुपये की बढ़ोतरी की गई है.
राकांपा नेता और मंत्री ने कहा, ‘‘एमवीए विधायकों के पाला बदलने का कोई सवाल ही नहीं है. अगर कोई टूट होती है, तो वह फिर से विधानमंडल में नहीं दिखेगा, क्योंकि लोग उसे सबक सिखाएंगे. बीजेपी का कहना है कि 25 विधायक विधानसभा के बजट सत्र का बहिष्कार करने की योजना बना रहे थे, लेकिन (सदन से) इस्तीफा देना और फिर से जीतना आसान नहीं है.'' इससे पहले दिन में टोपे ने कहा कि यदि एआईएमआईएम गठबंधन करना चाहती है, तो जलील को राकांपा के वरिष्ठ नेताओं से बात करनी चाहिए.
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने एआईएमआईएम सांसद की मां के निधन पर शोक व्यक्त करने के लिए शुक्रवार रात जलील के आवास पर जाने का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘मैंने अभी केवल उनकी बात सुनी.'' टोपे ने कहा, ‘‘यदि एआईएमआईएम गठबंधन के बारे में बात करना चाहती है, तो उसे हमारे वरिष्ठ नेताओं से बात करनी चाहिए. वे जयंत पाटिल, अजीत पवार या शरद पवार से बात कर सकते हैं. हमारे वरिष्ठ नेताओं के फैसले को सभी स्वीकार करेंगे.'' टोपे ने कहा, ‘‘उन्होंने (जलील) मुझसे कहा कि एआईएमआईएम अल्पसंख्यकों का खयाल रखने वाली किसी भी पार्टी के साथ खड़ी रहेगी, मैंने सिर्फ उनकी बात सुनी.''