- बीजे कॉलेज के छात्र ने बताया- मुझे लगा पाकिस्तान ने मिसाइल दागी है.
- घटना के समय मेस में 50 छात्र लंच कर रहे थे.
- घायल छात्र केशव भड़ाना ने बताया कि उनके चार दोस्त हादसे में मारे गए.
अहमदाबाद में बीजे मेडिकल कॉलेज की छत पर जब एयर इंडिया का प्लेन क्रैश हुआ, तो नीचे मेस में मेडिकल स्टूडेंट लंच कर रहे थे. इन्हें समझ ही नहीं आया कि आखिर हुआ क्या है? पहले धमाके की आवाज से लगा कि कोई मिसाइल गिरी है. इसके बाद वहां भगदड़ मच गई, जिसे जहां से रास्ता मिला, वहां से भागने लगा. कुछ छात्र तो बालकनी से ही कूद गए. अहमदाबाद में जब बीजे मेडिकल कॉलेज की मेस में प्लेन क्रैश हुआ, उसमें मेडिकल कॉलेज में MBBS सेकंड ईयर के छात्र केशव भड़ाना अपने दोस्तों के साथ खाना खा रहे थे. इस दुर्घटना में केशव को भी गहरी चोटें आई हैं. इसकी वजह से वह कई दिन तक अहमदाबाद के बीजे मेडिकल कॉलेज में भर्ती रहे. केशव फरीदाबाद के रहने वाले हैं. केशव ने NDTV को खास बातचीत में बताया कि प्लेन क्रैश के बाद वहां कैसे हालात थे और उनकी जान कैसे बच पाई.
लगा पाकिस्तान ने मिसाइल से हमला कर दिया
केशव ने बताया कि उनके कई दोस्त हादसे में मारे गए, जो उनके साथ मेस में लंच कर रहे थे. उन्होंने बताया, ' 1 से 2 का हमारा लंच टाइम होता है. करीब डेढ़ बजे हम मेस में खाना खा रहे थे. एकदम से दीवार और छत गिरने लगी. पहले लगा धूल भरी आंधी आई है, फिर लगा भूकंप आया है. फिर लगा पाकिस्तान ने मिसाइल से हमला कर दिया है. मैंने डर के मारे चेहरे पर हाथों को रख लिया. जब मैंने चेहरे से हाथ हटाया, तो ऊपर से सूटकेस गिर रहे थे. तब मुझे ऐसा लगा कि कोई प्लेन क्रैश हो सकता है.'
मेरी टेबल पर हम 6 दोस्त बैठे थे, उनमें से 4 मारे गए
केशव भी इस हादसे में घायल हुए. उन्होंने बताया, 'मैंने देखा की एक दीवार मेरे ऊपर गिर रही है. मैं पीछे गिर गया, जिससे मेरे हाथ, पैर और सिर में चोट आई. मेरे पैर मलबे में दब गए थे. हादसे के वक्त मेरे फ्लोर पर 50 बच्चे खाना खा रहे थे. मेरी टेबल पर हम 6 दोस्त बैठे थे. उनमें से 4 मारे गए, एक मेरा बहुत क्लोज फ्रेंड था, उसकी बहुत याद आती है.
मेस के सिलिंडर फटने शुरू हो गए
प्लेन क्रैश के बाद मेस में सिलिंडर फटने शुरू हो गए थे, केशव ने बताया, 'हम मेस की फर्स्ट फ्लोर पर थे और नुकसान पहले फ्लोर पर ही हुआ. हर कोई चीख पुकार रहा था.. सब जगह पूरा काला धुआं था, ऐसे में कुछ दिखाई नहीं दे रहा था. इसी बीच मेस के सिलिंडर फटने शुरू हो गए. हादसे के वक्त कई लोग मूवमेंट शो नहीं कर रहे थे. शायद वे मारे जा चुके थे. हम स्लाइड हो होकर पहली मंजिल से नीचे आए. बाहर काफी मुश्किल से आया. मैंने बाहर आकर देखा, तो कुछ लोकल लोग आ गए थे, लोग बहुत मदद के लिए चिल्ला रहे थे.'
मैंने डॉक्टर से पूछा- हादसा कैसे हुआ?
मेरे दोस्त ने मुझे अपने ही हॉस्पिटल में पहुंचाया. अस्पताल में भर्ती हुआ, तो देखा लगातार घायल आए जा रहे थे, तब मैंने डॉक्टर से पूछा कि हादसा कैसे हुआ, तब उन्होंने बताया प्लेन क्रैश हुआ है. ये सुन, मैं हैरान रह गया. मेरे मुंह से निकला- प्लेन क्रैश! अस्पताल में इमरजेंसी कोड लागू किया गया था. डॉक्टरों ने बहुत अच्छा काम किया. मेरे दोस्त इस घटना में मारे गए हैं, ये मुझे अगले दिन पता चला.
PM मोदी ने कहा- घबराना मत,आप तो...
अस्पताल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुझसे मिलने आए थे, इससे मुझे काफी मेंटल स्पोर्ट मिला. पीएम ने मुझसे कहा- घबराना मत,आप तो खुद डॉक्टर हैं. आपको पता है कि आप कितनी जल्दी ठीक हो जाओगे. मैंने उन्हें थैंक यू बोला. मुझे नॉर्मल लाइफ में लौटने में काफी समय लग जाएगा. हम वापस कॉलेज जाएंगे. क्लास में बैठेंगे मेस में खाना खाएंगे, लेकिन हमारे कुछ साथी नहीं होंगे. काफी दुखद रहेगा. मेरा फोन भी वहीं गिर गया था, इसलिए मैं बाकी लोगों से कनेक्टेड नहीं हूं.'