12 जून को एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 के क्रैश में 241 लोगों की मौत हुई, खुशकिस्मती से विश्वासकुमार रमेश ही बस जिंदा बचे. उनका एक वीडियो अब सोशल मीडिया की दुनिया पर वायरल हो रहा है.
12 जून के दिन जब एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 अहमदाबाद एयरपोर्ट (Ahmedabad Plane Crash) से टेकऑफ करने के कुछ ही पलों के बाद क्रैश हो गई, तो पूरे देश की रूह कांप गई. 242 में से 241 लोगों की मौत हो गई. लेकिन इस तबाही के बीच एक चमत्कार हुआ — विश्वासकुमार रमेश, जो कि भयानक प्लेन क्रैश में जिंदा बच गए. अब जब क्रैश में जिंदा बचे शख्स का अस्पताल में इलाज चल रहा है तो उनका एक नया वीडियो सामने आया है. जिसमें प्लेन धू-धू कर जल रहा है और धुएं का बड़ा गुबार उठ रहा है. वहीं से निकलकर विश्वासकुमार रमेश आ रहे हैंं.
कैसा है यह नया वीडियो?
विश्वासकुमार का जो वीडियो सामने आया है, उसमें वो हाथ में मोबाइल लिए वो उस जगह से बाहर आ रहे हैं जहां प्लेन क्रैश हुआ. प्लेन के हिस्से में आगे की जोरदार लपटे दिख रही है और आसमान में बस धुआं ही धुआं दिख रहा है. वहीं अंदर से विश्वासकुमार रमेश बाहर आ रहे हैं, जिनके हाथ में उनका मोबाइल है. बाहर खड़े हुए विश्वासकुमार को देख हैरत में पड़ जाते हैं. हालांकि बाहर खड़े लोग तुरंत समझ जाते हैं कि विश्वासकुमार प्लेन से बाहर आए है और उन्हें फौरन इलाज की जरूरत है. इसके बाद उन्हें एंबुलेंस में बिठा दिया जाता है.
फ्लाइट की किस सीट पर बैठे थे विश्वासकुमार
गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून को AI 171 फ्लाइट के विमान क्रैश में जीवित बचे इकलौते यात्री रमेश विश्वास देख हर कोई हैरान है. रमेश विश्वास भयावह हादसे के बाद हाथ में फोन लेकर बाहर निकले थे. महज कुछ सेकेंड के वीडियो में वह बाहर आते हुए दिखाई दे रहे हैं, जब रमेश विश्वास बाहर निकले. उस वक्त पर हादसे के बाद चीख-पुकार मची हुई थी. एयर इंडिया की अहमदाबाद-लंदन गैगविक फ्लाइट में विश्वासकुमार 11 नंबर सीट पर बैठे थे. इस हादसे में पायलट और क्रू मेंबर्स के साथ कुल 241 लोगों क मौत हो गई थी. इसमें 230 यात्री शामिल हैं जिनमें सिर्फ रमेश विश्वास ही बचे थे.
'बचे हुए' नहीं, बल्कि 'सबसे बड़े गवाह'
विश्वास अब केवल एक पीड़ित नहीं, बल्कि इस भयानक के सबसे अहम गवाह बन चुके हैं. उनकी आंखों से देखी गई त्रासदी, उनके शब्दों में घुली चीखें, और उनके दिमाग में क्रैश की खौफनाक यादें हमेशा रहेगी. सोशल मीडिया पर लोग विश्वास के साहस को सलाम कर रहे हैं और उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं. AI-171 हादसा अब केवल एक क्रैश नहीं, बल्कि ऐसा दर्द बन गया, जो कभी ही ठीक हो पाएं. इस हादसे में कहीं परिवार उजड़ गए. नन्हे बच्चों से लेकर बड़े तक हादसे में मारे गए.