"वक्त की कलम से..." : जब पीएम मोदी ने UAE में अरबी में भारतीयों को किया संबोधित, देखें VIDEO

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारा रिश्ता प्रतिभा, नवाचार और संस्कृति का है. अतीत में हमने हर दिशा में अपने संबंधों को फिर से सक्रिय किया है. दोनों देश साथ-साथ चले हैं, साथ-साथ आगे बढ़े हैं.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
नई दिल्ली:

अबू धाबी में 'अहलान मोदी' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कहा, "मुझे 2015 में अपनी पहली(यूएई) यात्रा याद है जब मुझे केंद्र में आए कुछ ही समय हुआ था.  तीन दशकों के बाद यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की संयुक्त अरब अमीरात की पहली यात्रा थी. कूटनीति की दुनिया मेरे लिए नई थी.  उस समय एयरपोर्ट पर मेरा स्वागत तत्कालीन युवराज और आज के राष्ट्रपति ने अपने पांच भाइयों के साथ किया था... वह स्वागत अकेले मेरे लिए नहीं बल्कि 140 करोड़ भारतीयों के लिए था...''.

प्रधानमंत्री ने अरबी में भी लोगों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि भारत और यूएई वक्त की कलम से दुनिया की किताब पर एक बेहतर भाग्य का हिसाब लिख रहे हैं... भारत और यूएई की दोस्ती हमारी सांझा दोस्ती है... हकीकत में हम अच्छे भविष्य की बेहतरीन शुरुआत कर रहे हैं...

हमारा रिश्ता प्रतिभा, नवाचार और संस्कृति का है: PM
 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "हमारा रिश्ता प्रतिभा, नवाचार और संस्कृति का है. अतीत में हमने हर दिशा में अपने संबंधों को फिर से सक्रिय किया है. दोनों देश साथ-साथ चले हैं, साथ-साथ आगे बढ़े हैं. आज UAE भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है. आज UAE सातवां सबसे बड़ा निवेशक है. ईज ऑफ लिविंग और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में दोनों देश काफी सहयोग कर रहे हैं. आज भी हमारे बीच जो एमओयू साइन हुए हैं वे इसी प्रतिबद्धता को आगे बढ़ा रहे हैं.  

पीएम मोदी ने कहा कि हम अपनी वित्तीय प्रणाली को एकीकृत कर रहे हैं. टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के क्षेत्र में भारत और यूएई की साझेदारी लगातार मजबूत हो रही है. समुदाय और संस्कृति के क्षेत्र में, भारत-यूएई ने जो हासिल किया है वह दुनिया के लिए एक मॉडल है..."

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "... 1.5 लाख से अधिक भारतीय छात्र संयुक्त अरब अमीरात के स्कूलों में पढ़ रहे हैं... पिछले महीने यहां आईआईटी दिल्ली परिसर में मास्टर कोर्स शुरू किया गया था और जल्द ही दुबई में एक नया सीबीएसई कार्यालय खोला जाएगा. ये संस्थान यहां भारतीय समुदाय को सर्वोत्तम शिक्षा प्रदान करने में सहायक होंगे.

ये भी पढ़ें- : 

Featured Video Of The Day
Delhi Air Pollution: दिल्ली की हवा में सांस लेना 20 Cigarette पीने के बराबर
Topics mentioned in this article