- दिल्ली पुलिस ने स्वतंत्रता दिवस से पहले हथियार तस्करी के अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है.
- मिर्जापुर का रहने वाला अमित भदोही में एक निजी बैंक में रिकवरी एजेंट की नौकरी करता था.
- पुलिस ने उसके पास से 10 सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल, 20 कारतूस और 17 मैगजीन बरामद की हैं.
दिल्ली पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने स्वतंत्रता दिवस और त्योहारों से पहले बड़ी कार्रवाई करते हुए एक इंटर-स्टेट हथियार तस्करी गैंग के एक्टिव मेंबर को धर दबोचा. गिरफ्तार आरोपी का नाम अमित कुमार है, जो उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर का रहने वाला है. पुलिस ने उसके पास से 10 सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल, 20 कारतूस और 17 मैगजीन बरामद की हैं.
दक्षिणी-पूर्वी दिल्ली के डीसीपी हेमंत तिवारी के मुताबिक, पिछले कुछ समय से STF की टीम को सूचना मिल रही थी कि मध्य प्रदेश के धार जिले से हथियारों की खेप दिल्ली-एनसीआर में भेजी जा रही है.
इसी कड़ी में एक महीने तक निगरानी और खुफिया इनपुट जुटाने के बाद इंस्पेक्टर शिवकुमार की टीम को पुख्ता खबर मिली कि आरोपी अमित कुमार जसोला में कॉन्टैक्ट से मिलने और हथियारों की सप्लाई करने आने वाला है.
डीसीपी ने बताया कि STF टीम ने मौके पर दबिश दी और आरोपी को एक बैग के साथ पकड़ लिया. तलाशी लेने पर बैग से हथियार और कारतूस बरामद हुए. पूछताछ में अमित कुमार ने कबूल किया कि उसने यह हथियार मध्य प्रदेश के धार जिले के एक अवैध हथियार बनाने और सप्लाई करने वाले से लिए थे. वह पिछले दो साल में 150 से ज़्यादा पिस्टल दिल्ली-एनसीआर में बेच चुका है.
अमित ने बताया कि वह एमपी से एक पिस्टल 12 से 15 हजार रुपए में खरीदता था और फिर उसे दिल्ली-एनसीआर के अपराधियों को 30 से 40 हजार रुपए में बेचता था. पुलिस ने उसके खिलाफ सरिता विहार थाने में मामला दर्ज किया है और गैंग के बाकी सदस्यों की तलाश जारी है.
पुलिस ने बताया कि अमित कुमार ग्रेजुएट है और उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में एक निजी बैंक में रिकवरी एजेंट की नौकरी करता था. गांव के ही एक शख्स ने उसे इस गैरकानूनी धंधे में जल्दी पैसा कमाने के लालच में लगाया. पहले वह एक कैरियर के रूप में काम करता था, लेकिन बाद में खुद का नेटवर्क बनाकर सप्लाई शुरू कर दी.