डॉ. मेवालाल चौधरी (Dr. Mewalal Chaudhary) के शिक्षा मंत्री पद से इस्तीफे के बाद अशोक चौधरी को शिक्षा मंत्री का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. अशोक चौधरी को इससे पहले भवन निर्माण और समाज कल्याण विभाग दिया गया था. अब एक और मंत्रालय उन्हें संभालना होगा.दलित नेता अशोक चौधरी 2018 में कांग्रेस से जद (यू) में शामिल हुए थे. इससे पहले, वह राष्ट्रीय जनता दल का हिस्सा थे और राबड़ी देवी सरकार में कारा मंत्री रह चुके थे.
गौरतलब है कि भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण विरोधी दलों के निशाने पर आने वाले शिक्षा मंत्री डॉ. मेवालाल चौधरी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. जबकि चौधरी ने सोमवार को नीतीश कुमार के साथ ही मंत्री पद की शपथ ली थी और राज्यपाल फागू चौहान ने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया है.
बताते चले कि मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने उनका एक वीडियो भी शेयर कर दावा किया था कि उन्हें राष्ट्रगान नहीं आता है. राजद ने झंडातोलन कार्यक्रम का एक वीडियो शेयर करते हुए ट्विटर पर लिखा था, "भ्रष्टाचार के अनेक मामलों के आरोपी बिहार के शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी को राष्ट्रगान भी नहीं आता.. नीतीश कुमार जी शर्म बची है क्या? अंतरात्मा कहाँ डुबा दी?"
बुधवार (18 नवंबर) को शेयर किए गए वीडियो के जरिए राजद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है और कहा है कि आखिर एक दागी को उन्होंने अपनी कैबिनेट में शामिल क्यों किया? मेवालाल चौधरी पर कृषि विश्वविद्यालय सबौर का कुलपति रहते हुए नियुक्ति में धांधली और भ्रष्टाचार करने के आरोप हैं. नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने उन्हें इस मामले में निलंबित भी किया था.