अमेठी में बृहस्पतिवार को एक नाटकीय घटनाक्रम के तहत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बयान जारी करके कहा कि सुबह केंद्रीय मंत्री एवं क्षेत्रीय सांसद स्मृति ईरानी की मौजूदगी में कांग्रेस नेता विकास अग्रहरि भगवा पार्टी में शामिल हो गए हैं, लेकिन इसके बाद अग्रहरि अपने रुख से पलट गए और खुद को कांग्रेस का सिपाही बताया. कांग्रेस के प्रदेश सह-समन्वयक विकास अग्रहरि ने कहा कि वह तो सिर्फ मंत्री से मिलने गये थे और वह पूरी मजबूती से कांग्रेस के साथ हैं.
भाजपा प्रवक्ता चंद्रमौलि सिंह ने भी प्रेस नोट में दावा किया था कि अमेठी की आम जनता स्मृति ईरानी के साथ है. उन्होंने कहा कि ईरानी ने पिछले 10 सालों में अमेठी से जो रिश्ता बनाया है, वह दिन-प्रतिदिन और मजबूत होता जा रहा है और यही कारण है कि लोग अब कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं.
यह खबर फैलने के बाद दिन में विकास अग्रहरि ने कांग्रेस कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और खुद के भाजपा में शामिल होने से इनकार किया. अग्रहरि ने कहा कि वह सामान्य शिष्टाचार के तहत अमेठी की सांसद स्मृति ईरानी से मिलने गए थे, जहां उन्हें भगवा गमछा पहनाया गया. उन्होंने कहा, ''इसका मतलब यह नहीं है कि मैं भाजपा में हूं या उसमें शामिल हो गया हूं. यह नहीं कहा जाना चाहिए कि जो लोग मंत्री से मिलने आ रहे हैं, वे पार्टी में शामिल होने आए हैं. उन्होंने जोर देकर कहा, ''हम तहेदिल से कांग्रेस में थे, हम आज भी कांग्रेस में हैं और भविष्य में भी कांग्रेस में रहेंगे.'' जगदीशपुर विधानसभा क्षेत्र के रानीगंज निवासी विकास अग्रहरि को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने प्रदेश सह-समन्वयक बनाया है.