कोविड-19 (Covid-19) से ठीक हुए व्यक्तियों में म्यूकरमाइकोसिस (MucorMycosis) या ''ब्लैक फंगस'' (Black Fungus) के संक्रमण के मामलों में वृद्धि के बीच मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बुधवार को कहा कि प्रदेश के सरकारी चिकित्सकों की टीम इससे निपटने के लिए अमेरिकी चिकित्सकों से चर्चा कर सलाह लेगी. स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार साइनस की परेशानी, नाक का बंद हो जाना, दांतों का अचानक टूटना, आधा चेहरा सुन्न पड़ जाना, नाक से काले रंग का पानी निकलना या खून बहना, आंखों में सूजन, धुंधलापन, सीने में दर्द उठना, सांस लेने में समस्या होना एवं बुखार होना म्यूकरमाइकोसिस के लक्षण हैं.
महाराष्ट्र एवं गुजरात में कोविड-19 से ठीक हुए व्यक्तियों में म्यूकरमाइकोसिस के अब तक कई मामले सामने आये हैं, जिसके चलते कई रोगी दृष्टिहीन हो गए हैं या उन्हें अन्य गंभीर दिक्कतें आ रही हैं. सारंग ने कहा, ‘‘मध्य प्रदेश में ‘ब्लैक फंगस' का संक्रमण रोकने के लिए सरकार अमेरिकी चिकित्सकों से सलाह लेगी और इसके लिए भोपाल स्थित शासकीय हमीदिया अस्पताल के चिकित्सकों की टीम की अमेरिकी चिकित्सा विशेषज्ञों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये चर्चा होगी.'' उन्होंने कहा, ‘‘प्रदेश में कोविड-19 से ठीक हुए व्यक्तियों में म्यूकरमाइकोसिस संक्रमण के मामले आ रहे हैं, जिसे ''ब्लैक फंगस'' के नाम से जाना जाता है. हालांकि, ये बहुत ही कम लोगों में आ रहे हैं लेकिन यह एक गंभीर लेकिन दुर्लभ फंगस संक्रमण है.''
उन्होंने कहा कि प्रदेश में ‘ब्लैक फंगस' संक्रमण के सक्रिय मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है और कुछ मरीजों की सर्जरी कर संक्रमित अंगों को निकालना भी पड़ा है. सारंग की अध्यक्षता में मंगलवार शाम को भोपाल और अमेरिका के चिकित्सकों के साथ आगामी समय में कोविड-19 से निपटने के लिये तैयारियों की गहन चर्चा की गयी और यहां स्मार्ट सिटी कार्यालय में आयोजित बैठक में कोरोना की तीसरी लहर पर गहन विचार-विमर्श किया गया और इसके लिये चिकित्सकों से सलाह मशविरा किया गया. उन्होंने कहा कि इस बैठक में विशेष रुप से मध्य प्रदेश के निवासी एवं अमेरिका में संक्रामक बीमारी के विशेषज्ञ डॉक्टर मनोज जैन वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उपस्थित थे.
म्यूकोरमाइकोसिस: बेकाबू कोरोना के बीच एक और संक्रमण ने बढ़ाई टेंशन