एम्स दिल्ली बच्चों पर Covaxin के क्लिनिकल ट्रायल के लिए स्क्रीनिंग शुरू करेगा: सूत्र

इससे पहले एम्स पटना में बच्चों पर कोवैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल प्रारंभ हो चुका है. शुरुआती दौर में 3 बच्चों पर एम्स पटना में कोवैक्सीन का ट्रायल हुआ था. 

विज्ञापन
Read Time: 10 mins
AIIMS Delhi के पहले पटना में बच्चों पर ट्रायल शुरू किया गया था(पटना में परीक्षण की तस्वीर)
नई दिल्ली:

एम्स दिल्ली बच्चों पर Covaxin के क्लिनिकल ट्रायल के लिए स्क्रीनिंग शुरू करेगा. सूत्रों ने रविवार को ये जानकारी दी कि एम्स दिल्ली में सोमवार से कोरोना के स्वदेशी टीके कोवैक्सीन का बच्चों पर ट्रायल के उनकी स्क्रीनिंग शुरू करेगा. कोवैक्सीन  स्वदेशी फर्म भारत बायोटेक (Bharat Biotech) का कोविड टीका है.इससे पहले एम्स पटना में बच्चों पर कोवैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल प्रारंभ हो चुका है. शुरुआती दौर में 3 बच्चों पर एम्स पटना में कोवैक्सीन का ट्रायल हुआ था.  कोरोना की तीसरी लहर का बच्चों पर सबसे ज्यादा असर पड़ने की आशंका पड़ने की जताई जा रही है. ऐसे में भारत में भी बच्चों के लिए कोविड वैक्सीन लाने की जरूरत महसूस की जा रही है.

दुनिया में फाइजर, मॉडर्ना (Pfizer Moderna) समेत कई कंपनियां पहले ही कोरोना वैक्सीन का बच्चों पर परीक्षण कर चुकी हैं. अमेरिका, कनाडा समेत कई देशों ने तो एक निश्चित आयु वर्ग के बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगाना भी शुरू कर दिया है.कहा जाता है कि बच्चों को स्कूल भेजने या बाहर घूमने की आजादी देने के पहले उन्हें भी कोरोना टीका देकर सुरक्षा कवच देना जरूरी है.

देश में बच्चों पर कोरोना वैक्सीन का परीक्षण (Corona Vaccine Trial on children) शुरू होने से उनके लिए टीका जल्द तैयार होने में भी कामयाबी मिलेगी. सबसे पहले पटना एम्स में बच्चों पर भारत बायोटेक की कोवैक्सीन (Bharat Biotech Covaxin) का क्लिनिकल ट्रायल शुरू हुआ था.  शुरुआत में पटना में 3 बच्चे इस वैक्सीन ट्रायल में शामिल हुए थे. पटना एम्स के कोविड प्रभारी डॉक्टर संजीव कुमार ने कहा था 12 से 17 वर्ष की उम्र तक के बच्चों पर यह परीक्षण हो रहा है. पहले दिन कल तीन बच्चों को इसका इंजेक्शन दिया गया था. इंजेक्शन लगाए जाने के बाद ये तीनों बच्चे स्वस्थ दिखे. 
 

Advertisement
Featured Video Of The Day
Maharashtra Cabinet Portfolio: पहली बार Ajit Pawar का Chhagan Bhujbal पर निशाना