सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII), जो देश में नोवावैक्स (Novavax) के कोविड-19 वैक्सीन Covavax का उत्पादन कर रहा है, ने आज कहा कि "एक नए मील का पत्थर साबित होने जा रहा है" क्योंकि कंपनी ने इस सप्ताह पुणे इकाई में Covavax वैक्सीन के पहले बैच का उत्पादन शुरू किया है.
यह वैक्सीन 90 प्रतिशत से अधिक प्रभावी है, अमेरिकी वैक्सीन निर्माता कंपनी ने इस महीने की शुरुआत में एक अमेरिकी अध्ययन के बाद ये बात कही थी.
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन निर्माता है. इसके सीईओ अदार पूनावाला ने आज दोपहर ट्वीट किया: "इस सप्ताह कोवावैक्स के पहले बैच (@Novavax द्वारा विकसित) का उत्पादन पुणे में हमारी सुविधा में देखकर उत्साहित हूं. इस वैक्सीन में हमारी आने वाली पीढ़ियों 18 साल से कम उम्र वालों की रक्षा करने की काफी क्षमता है. परीक्षण चल रहे हैं. वेल डन टीम @seruminstindia! (sic)."
सीरम इन्स्टीट्यूट की कोविड वैक्सीन Covovax का बच्चों पर ट्रायल जुलाई से: सूत्र
भारत ने अभी तक बच्चों के लिए एक भी कोरोनावायरस वैक्सीन को मंजूरी नहीं दी है. अब तक तीन वैक्सीन- भारत बायोटेक की कोवैक्सिन, SII की कोविशील्ड और रूस की स्पुतनिक वी - को वयस्कों के लिए मंजूरी दे दी गई है. सूत्रों ने कहा है कि सीरम इन्स्टीट्यूट की योजना अगले महीने बच्चों पर कोवावैक्स परीक्षण शुरू करने की है.
पूनावाला ने पहले कहा था कि उन्हें जून तक कोवावैक्स वैक्सीन लॉन्च करने की उम्मीद है. बाद में, उन्होंने कहा कि सितंबर तक वैक्सीन लॉन्च होने की संभावना है. सीरम इंस्टीट्यूट पहले से ही कोविशील्ड का उत्पादन कर रहा है, जो भारत के दो प्रमुख टीकों में से एक है, जिस पर वर्तमान में भारत निर्भर है.