अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने आज अदाणी ग्लोबल इंडोलॉजी कॉन्क्लेव 2025 में कहा कि जो सभ्यता राख में भी अग्नि जला दे, वही हर युग में नई दुनिया बना सकता है. उन्होंने बताया कि हम सब यहां इसलिए मिले हैं ताकि ज्ञान के दीप जलाएं और भारत धर्म की धारा युग-युगांतर तक फैलाएं.
"भारत केवल दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था नहीं..."
गौतम अदाणी ने कहा कि पिछले दशक में भारत केवल दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था नहीं बना, बल्कि यह अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है. लेकिन सिर्फ आर्थिक ताकत ही काफी नहीं है. एक सभ्यता को अपने सांस्कृतिक आत्मविश्वास और पहचान के साथ आगे बढ़ना जरूरी है. उन्होंने जोर दिया कि एक मजबूत सभ्यता ही एक स्टेबल इकॉनमी और वैश्विक नेतृत्व की नींव है.
सभ्यता के मामले में भी भारत बन सकता है ग्लोबल लीडर
गौतम अदाणी ने ग्लोबल आउटलुक पर भी बात की. उन्होंने कहा कि अगर भारत अपने सांस्कृतिक और डिजिटल सामर्थ्य को समझे और उसे सही दिशा में इस्तेमाल करे, तो यह देश न सिर्फ आर्थिक बल्कि सभ्यता के मामले में भी ग्लोबल लीडर बन सकता है.
मेरी मां की गोद मेरी पहली पाठशाला: गौतम अदाणी
हर शाम जब घर के ऊपर सूरज ढलता था, उनकी मां उन्हें और उनके भाई-बहनों को साथ बिठाकर रामायण और महाभारत की कथाएं सुनाती थीं. गौतम अदाणी ने बताया कि उनकी मां सिर्फ कहानियां नहीं सुनाती थीं वह कर्तव्य, भक्ति और धर्म के बीज बो रही थीं. उनकी मां समझाती थीं कि प्रभु राम की शक्ति उनके धनुष में नहीं, उनके धर्म में थी. जो अपना अहंकार छोड़ देता है वही लोगों के हित के लिए दीपक बन सकता है.
राम मंदिर उद्घाटन के समय याद आई मां की आवाज-गौतम अदाणी
गौतम अदाणी ने भावुक होकर कहा कि पिछले वर्ष जब अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन हुआ,तो उनकी मां की वही कोमल आवाज फिर से उनके दिल में गूंज उठी. मां सिर्फ कहानी नहीं सुना रही थीं,वह जीवन जीने का तरीका सिखा रही थीं.
उन्होंने कहा कि भारत की आर्थिक प्रगति तभी मजबूत है जब उसकी सभ्यता, मूल्य, और सांस्कृतिक आत्मविश्वास एक साथ बढ़े.यही कारण है कि इंडोलॉजी कॉन्क्लेव केवल अर्थव्यवस्था या टेक्नोलॉजी का मंच नहीं,बल्कि भारत की सभ्यता, ज्ञान और आधुनिकता को जोड़ने का ब्रिज है.
(Disclaimer: New Delhi Television is a subsidiary of AMG Media Networks Limited, an Adani Group Company.)














