48 घंटे में 258 नक्सलियों का सरेंडर, गृहमंत्री शाह बोले- अबूझमाड़ और उत्तरी बस्तर नक्सल मुक्त

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस घटनाक्रम को नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई का एक ऐतिहासिक क्षण बताया है. अब तक कुल 258 खतरनाक नक्सलियों ने हथियार डालकर समाज की मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • बीते 48 घंटों में कुल 258 खतरनाक नक्सलियों ने हथियार डालकर समाज की मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया है
  • गृह मंत्री अमित शाह ने नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई को ऐतिहासिक बताया और आत्मसमर्पण करने वालों की सराहना की है
  • अमित शाह ने सरकार का लक्ष्य 31 मार्च 2026 से पहले नक्सलवाद को पूरी तरह समाप्त करना बताया
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
नई दिल्ली:

भारत को नक्सलवाद से मुक्त बनाने की दिशा में बीते 48 घंटे निर्णायक रहे हैं. अब तक कुल 258 खतरनाक नक्सलियों ने हथियार डालकर समाज की मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया. इसकी जानकारी देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस घटनाक्रम को नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई का एक ऐतिहासिक क्षण बताया है.

आत्मसमर्पण का आंकड़ा:

आज (छत्तीसगढ़): 170 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया.

कल (छत्तीसगढ़): 27 नक्सलियों ने हथियार डाले.

कल (महाराष्ट्र): 61 नक्सलियों ने हथियार डाले.

कुल 48 घंटों में: 258 नक्सलियों का आत्मसमर्पण.

गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट के माध्यम से कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार इस समस्या को जड़ से समाप्त करने के लिए निरंतर काम कर रही है. उन्होंने अपने संकल्प को दोहराया कि सरकार का लक्ष्य 31 मार्च 2026 से पहले नक्सलवाद को पूरी तरह समाप्त करना है.

नक्सलवाद ले रहा अंतिम सांसें

गृह मंत्री ने आत्मसमर्पण करने वालों के निर्णय की सराहना करते हुए कहा, “मैं भारत के संविधान में विश्वास रखते हुए हिंसा का त्याग करने के उनके निर्णय की सराहना करता हूं. यह इस बात का प्रमाण है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में इस समस्या को समाप्त करने के अथक प्रयासों के कारण नक्सलवाद अब अपनी अंतिम सांसें ले रहा है.”

सरकार की दो टूक नीति

अमित शाह ने सरकार की नीति को पूरी तरह पारदर्शी और दो टूक बताते हुए स्पष्ट किया कि: “जो लोग आत्मसमर्पण करना चाहते हैं, उनका स्वागत है.” “लेकिन जो लोग बंदूक चलाना जारी रखेंगे, उन्हें हमारी सेना के प्रकोप का सामना करना पड़ेगा.” उन्होंने नक्सलवाद के रास्ते पर चल रहे शेष लोगों से भी अपील की कि वे अपने हथियार डालकर मुख्यधारा में शामिल हो जाएं.

अबूझमाड़ और उत्तरी बस्तर हुए नक्सली आतंक से मुक्त

नक्सलवाद के खिलाफ मिली बड़ी सफलता का जिक्र करते हुए गृह मंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ के दो प्रमुख नक्सली गढ़ - अबूझमाड़ और उत्तरी बस्तर - अब नक्सली आतंक से पूरी तरह मुक्त घोषित किए जा चुके हैं. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि दक्षिणी बस्तर में बची हुई नक्सल गतिविधियों को भी सुरक्षा बल जल्द ही समाप्त कर देंगे.

जनवरी 2024 से अब तक के निर्णायक आंकड़े

गृह मंत्री ने छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार बनने के बाद से नक्सलवाद पर हुई कार्रवाई के आंकड़े साझा किए, जो सरकार के दृढ़ संकल्प को दर्शाते हैं:

Advertisement

आत्मसमर्पण: 2,100 नक्सली

गिरफ्तार: 1,785 नक्सली

सफाया: 477 नक्सली

ये आंकड़े इस बात का प्रमाण हैं कि 31 मार्च 2026 से पहले नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने का संकल्प पूरी दृढ़ता से पूरा किया जाएगा.

Featured Video Of The Day
Bengaluru Doctor ने Anaesthesia से किया Dermatologist Wife का मर्डर? | Doctor's 'Cure' That Killed