आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि गुजरात के जूनागढ़ में पैदल मार्च के दौरान उनके कुछ नेताओं पर हमला किया गया, जिसमें 10 लोग घायल हो गए. पार्टी ने दावा किया है कि हमले के पीछे भाजपा का हाथ है और वे स्थानीय निकाय चुनावों में आप के प्रदर्शन से स्तब्ध हैं. बीजेपी ने आरोपों से इनकार किया है. गुजरात में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. आप के विस्तार की सूची में पंजाब के साथ-साथ उत्तर प्रदेश और गुजरात भी शीर्ष पर हैं. आप प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया कि उन्होंने इस मुद्दे पर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से बात की है.
एक अन्य ट्वीट में केजरीवाल ने कहा, "अगर गुजरात में ईशुदान और महेश भाई जैसे लोगों पर खुलेआम हमला किया जा रहा है तो गुजरात में कोई भी सुरक्षित नहीं है. यह हिंसा आपका गुस्सा है, आपकी हार है. लोगों को अच्छी सुविधाएं देकर उनका दिल जीतें. विपक्ष पर हमला करके उन्हें डराओ मत. ये लोग डरते नहीं हैं."
अरविंद केजरीवाल ने कहा, ''विजय रूपानी जी से बात की. उनसे प्राथमिकी दर्ज करने, दोषियों को गिरफ्तार करने, दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने और आप नेताओं और कार्यकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया.''
आप ने कहा कि जूनागढ़ में बुधवार शाम को आप नेताओं इसुदान गढ़वी, प्रवीण राम, महेश सवानी और अन्य नेताओं पर "जन संवेदना यात्रा" के दौरान हमला किया गया. काफिले में जा रहे वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया.
आप ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया "बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जूनागढ़ जिले के विसावदर क्षेत्र के लेरिया गांव में आप कार्यकर्ताओं पर हमला किया...उन्होंने आप के जुलूस को रोकने की कोशिश की. सत्तारूढ़ दल के 70 से अधिक लोगों की भीड़ ने जूनागढ़ में आप नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हमला किया. पार्टी ने कहा कि गुजरात इकाई के प्रमुख गोपाल इटालिया पर भी हमला किया गया."
भाजपा के जिलाध्यक्ष किरीट पटेल ने कहा, ''हमारी पार्टी का कोई भी कार्यकर्ता इसमें शामिल नहीं है. एक संगठन के लोगों का एक समूह सड़क पर तख्तियों के साथ आप का विरोध कर रहा था. जब काफिला उनके पास पहुंचा, तो कारों में आप के कुछ सदस्यों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया, जिसके बाद वे उत्तेजित हो गए और इसके बाद झड़प हुई. हमारी पार्टी का इससे कोई लेना-देना नहीं है."