गुजरात के बाद अब पंजाब जाएंगे केजरीवाल, पूर्व IPS अफसर को करा सकते हैं AAP में शामिल

पिछले तीन महीने के अंदर केजरीवाल का यह दूसरा दौरा है. पंजाब दौरे से पहले अरविंद केजरीवाल ने पंजाबी में ट्वीट कर कहा, 'पंजाब बदलाव चाहता है. केवल आम आदमी पार्टी ही उम्मीद है. कल अमृतसर में मिलते हैं'

विज्ञापन
Read Time: 10 mins
पिछले तीन महीने के अंदर अरविंद केजरीवाल का यह दूसरा दौरा है. (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:

आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) कल (सोमवार, 21 जून) पंजाब का दौरा करेंगे. नौ साल पुराना संगठन आप अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब में अपनी मौजूदगी बढ़ाने की कोशिश कर रहा है. केजरीवाल का यह दौरा उनके गुजरात दौरे के कुछ दिनों बाद होगा. दोनों ही राज्यों में अगले साल विधान सभा चुनाव होने हैं.

पिछले तीन महीने के अंदर केजरीवाल का यह दूसरा दौरा है. पंजाब दौरे से पहले अरविंद केजरीवाल ने पंजाबी में ट्वीट कर कहा, 'पंजाब बदलाव चाहता है. केवल आम आदमी पार्टी ही उम्मीद है. कल अमृतसर में मिलते हैं'

इस यात्रा के दौरान, केजरीवाल पूर्व आईपीएस अधिकारी कुंवर विजय प्रताप सिंह को पार्टी में शामिल करवा सकते हैं. सिंह 2015 में कोटकपुरा में पुलिस फायरिंग की घटना की जांच करने वाले विशेष जांच दल (SIT) का हिस्सा थे. 

दिल्ली में कल से बार खुल सकेंगे, रेस्तरां को ज्यादा वक्त तक खोलने समेत कई तरह की ढील मिलेगी

हालाँकि उस रिपोर्ट को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने खारिज कर दिया था जिसके बाद सिंह ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी. हाईकोर्ट ने चार्जशीट को खारिज करते हुए यह भी सवाल किया था कि अधिकारी ने किस तरह से जांच की है?

कोर्ट ने आईजी सिंह की भूमिका पर कहा था, "प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि एसआईटी की शक्तियों को पूरी तरह से हड़प कर व्यक्तिगत द्वेष और दुर्भावनापूर्ण कामकाज को रिकॉर्ड पर विधिवत प्रदर्शन करने के लिए किया गया है." कोर्ट ने यह भी कहा कि अदालत के सामने ऐसा प्रदर्शित किया गया कि वह गवाहों के बयानों को अपने "डिजाइन" के अनुरूप बनाने की हद तक चले गए हैं.

घर-घर राशन योजना: अरविंद केजरीवाल ने योजना की फाइल फिर से LG को भेजी, उठाए कई सवाल

खंडपीठ ने टिप्पणी की थी, "...(आईजीपी सिंह) ने असवाधानी पूर्वक जांच की है. उनके द्वारा धारा 173 सीआरपीसी (चालान) के तहत दायर की गई रिपोर्ट सामग्री या सबूत पर आधारित होने की तुलना में उनकी मान्यताओं और कल्पनाओं पर आधारित एक परिकल्पना की प्रकृति में अधिक प्रतीत होता है."

Advertisement
Featured Video Of The Day
Artificial Intelligence: LLM Student ने AI की मदद से बनाया Assignment, University ने किया Fail