तेलंगाना के एक पूर्व विधायक, जो पिछले साल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे. विधानसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले कांग्रेस में लौटने के लिए तैयार हैं. कोमाटिरेड्डी राज गोपाल रेड्डी ने कहा है कि उनका लक्ष्य तेलंगाना में के.चंद्रशेखर राव सरकार को हराना है . साथ ही उन्होंने कहा कि लोगों का मूड कांग्रेस के पक्ष में है. रेड्डी पिछले साल अगस्त में तब सुर्खियों में आये जब उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी और भाजपा में शामिल हो गये. विधायक के रूप में उनके इस्तीफे से मुनुगोडे विधानसभा सीट खाली हो गई.
इसके बाद हुए उपचुनाव में रेड्डी केसीआर की पार्टी के कुसुकुंतला प्रभाकर रेड्डी से लगभग 10,000 वोटों के अंतर से हार गए. पिछले नवंबर में मुनुगोडे चुनाव को मतदाताओं को लुभाने के लिए पार्टियों के खर्च के कारण देश के इतिहास में सबसे महंगे चुनावों में से एक माना जाता है. चुनाव अधिकारियों के अनुसार, चुनाव के दौरान 8 करोड़ रुपये की नकदी और 5,000 लीटर शराब जब्त की गई. यह उपचुनाव देश में 'सबसे ज्यादा देखा जाने वाला' चुनाव होने के कारण भी खबरों में था. 48 सीसीटीवी कैमरों ने मतदान प्रक्रिया पर नजर रखी, जिसे 298 पुलिस स्टेशनों पर वेबकास्ट किया गया था.
भाजपा छोड़ने के अपने फैसले की घोषणा करते हुए, रेड्डी ने कहा, "मेरा लक्ष्य केसीआर सरकार को उखाड़ फेंकना है. लोगों का मूड कांग्रेस के पक्ष में है, इसलिए मैं लोगों की इच्छा का पालन कर रहा हूं." तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति सरकार को हटाने के लिए कांग्रेस अपने अभियान में पुरजोर कोशिश कर रही है. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने राज्य में चुनावी सभाओं में भाग लिया और केसीआर पर राज्य के मुद्दों की उपेक्षा करते हुए अपने परिवार के सदस्यों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया. वंशवाद के हमले पर केसीआर के मंत्री बेटे केटी रामा राव और एमएलसी बेटी के कविता की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आई है.
ये भी पढ़ें : ठाणे में मुख्यमंत्री शिंदे की दशहरा रैली से लौट रही बस हुई हादसे का शिकार, 10 लोग घायल
ये भी पढ़ें : EXPLAINER: क्या है 'नकबा', इज़रायल-फ़िलस्तीन जंग में होने लगा है जिसका ज़िक्र...