महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण हुई भूस्खलन की घटनाओं के बाद 90 शव बरामद किए गए हैं और 33 लोग लापता हैं. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने रविवार को यह जानकारी दी. एनडीआरएफ के एक प्रवक्ता ने बताया कि राज्य के रायगढ़, रत्नागिरी और सतारा जिलों में बचाव एवं राहत कार्य चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अपराह्न साढ़े छह बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, एनडीआरएफ ने इन इलाकों से कुल 90 शव बरामद किए हैं जिनमें से सबसे अधिक 47 शव रायगढ़ की महाड तहसील के सबसे अधिक प्रभावित तालिये गांव से बरामद किए गए हैं. इन तीन जिलों के 33 लोग अब भी लापता हैं.
महाराष्ट्र में भूस्खलन और बाढ़ ने मचाई तबाही, मरने वालों की संख्या बढ़कर हुई 149
एनडीआरएफ, रायगढ़ के तालिये, रत्नागिरी के पोरसे और पेढ़े तथा सतारा के मीरगांव, अंबेघर और ढोकवाले में भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों में काम कर रही है. प्रवक्ता ने बचाये गए और निकाले गए लोगों की संख्या के बारे में भी जानकारी दी. उन्होंने कहा, “आज एनडीआरएफ के दलों ने (पूरे महाराष्ट्र में) प्रभावित क्षेत्रों में फंसे हुए 500 लोगों को निकाला और 44 को बचाया.” उन्होंने कहा, “दल पिछले कुछ दिनों से लगातार बचाव एवं राहत कार्य कर रहे हैं और अब तक उन्होंने महाराष्ट्र में बाढ़ के दौरान 3,100 से अधिक फंसे लोगों को निकाला है तथा 1,250 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है.”
एनडीआरएफ ने उक्त तीन जिलों के अलावा मुंबई, कोल्हापुर, ठाणे, पालघर, सांगली, सिंधुदुर्ग, नागपुर और पुणे में राहत एवं बचाव कार्य के लिए 34 दलों को तैनात किया है. महाराष्ट्र में बाढ़, भूस्खलन तथा बारिश से सम्बंधित अन्य घटनाओं में मरने वालों की संख्या रविवार को 113 पर पहुंच गई. राज्य सरकार ने बताया कि पिछले एक दिन में एक और व्यक्ति की मौत हो गई और 100 लोग लापता हैं. इन घटनाओं में अब तक 50 लोग घायल हो चुके हैं.
महाराष्ट्र में बारिश और बाढ़ से 138 लोगों की मौत, सैकड़ों लापता