कोरोना काल में बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिकों को अपना रोजगार गंवाना पड़ा (फाइल फोटो)
मुंबई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को गरीब कल्याण सम्मेलन में देश में गरीबों के और सशक्त होने का दावा किया है लेकिन महाराष्ट्र की अन्न अधिकार अभियान की एक सर्वे रिपोर्ट कुछ और ही कहानी कह रही है. महाराष्ट्र के 17 जिलों में Hunger watch-2 नाम से हुए सर्वे की रिपोर्ट बताती है कि कोरोना काल में बेरोजगारी बढ़ी और वेतन कम हुआ है. रिपोर्ट के अनुसार, 75 फीसदी परिवारों की आय कम हुई है, इनमें से 64 फीसदी लोगों की आय तो घटकर आधी रह गई है. 20 फीसदी को तो वापस नौकरी ही नही मिली है. महाराष्ट्र की अन्न अधिकार अभियान संस्था की मुक्ता श्रीवास्तव के अनुसार, महाराष्ट्र के 17 जिलों में गांव, शहर की बस्ती और आदिवासी इलाकों में 1225 लोगों को सवाल बनाकर दिए गए थे जिनके जवाब के आधार पर ये निष्कर्ष निकाला गया है.