बिहार के सीवान जिले में गोमांस (Beef) ले जाने के शक में भीड़ ने बेरहमी से एक युवक को पीटा. इसके बाद इस शख्स को अस्पताल में भर्ती कराया गया. मंगलवार की रात इस मुस्लिम व्यक्ति की अस्पताल में मौत हो गई. सारण के पुलिस अधीक्षक गौरव मंगला ने बताया कि हसनपुर गांव के रहने वाले 56 वर्षीय नसीम कुरैशी और उनका भतीजा फिरोज अहमद कुरैशी कुछ परिचितों से मिलने जा रहे थे, तभी पटना से लगभग 110 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में जोगिया गांव में भीड़ ने कथित तौर पर उन्हें रोक लिया.
पुलिस ने बताया कि नसीम कुरैशी और उनके भतीजे फिरोज को ग्रामीणों ने एक मस्जिद के पास पकड़ा था. फिरोज कुरैशी भागने में सफल रहा, लेकिन भीड़ ने नजीम कुरैशी को लकड़ी के डंडों से पीटा. पुलिस का कहना है कि भीड़ ने खुद कुरैशी को रसूलपुर गांव में पुलिस को सौंप दिया, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
नसीम कुरैशी और उनके भतीजे फिरोज गोमांस ले जा रहे थे या नहीं, ये बात अभी तक साफ नहीं हुई है. पुलिस इस मामले में जांच कर रही है. स्थानीय सरपंच सुशील सिंह और दो अन्य- रवि साह और उज्ज्वल शर्मा को मॉब लिंचिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. पुलिस दो और लोगों की तलाश कर रही है, जिनका नाम भतीजे फिरोज अहमद कुरैशी द्वारा पुलिस शिकायत में भी दर्ज कराया गया है.